कंझावला मामले में कार मालिक आशुतोष को पुलिस ने गलत सूचना देने और घटना पर पर्दा डालने की कोशिश करने के आरोप में आज सुबह गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब सातवें संदिग्ध अंकुश की तलाश कर रही है, जिस पर मामले को छुपाने में मदद करने का आरोप है.
31 दिसंबर की रात को पार्टी करने के बाद घर लौट रही अंजलि की स्कूटी को 1 जनवरी के तड़के करीब दो बजे बलेनो कार ने टक्कर मार दी थी और उसे 13 किलोमीटर तक घसीटती चली गई थी. अंजलि का शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था. 1 जनवरी को पांच लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था.
सीसीटीवी फुटेज में यह दिखा
अंजलि की हत्या के तुरंत बाद, आशुतोष दो सीसीटीवी क्लिप में उत्तरी दिल्ली के रोहिणी में अपने घर के बाहर सुबह करीब 4.06 बजे फोन पर बात करते हुए दिखाई दे रहा है. आशुतोष कथित रूप से अपनी कार चला रहे लोगों के साथ फोन पर बात कर रहा था, जो कुछ हुआ था, उस पर चर्चा कर रहा था और योजना बना रहा था कि अपराध से बचने में उनकी मदद कैसे की जाए. उसने कथित तौर पर एक ऑटो रिक्शा की व्यवस्था की, ताकि आरोपी उसकी कार को वापस लाने के बाद भाग सकें.
सुबह के 4:40 के सीसीटीव फ्रेम में आशुतोष ग्रे कलर की जैकेट में नजर आता है. जबकि, पहली बार आशुतोष सफेद टी-शर्ट में नजर आता है, लेकिन शायद ठंड लगती है और जब उसे उसके दोस्त रात के दुर्घटना के बारे में बताते हैं तो वह जैकेट पहन कर आता है.
हादसे का पता चलने के तुरंत बाद गिरफ्तार किए गए पांच लोग थे:
*दीपक खन्ना, 26, ग्रामीण सेवा में एक ड्राइवर
*25 वर्षीय अमित खन्ना, एसबीआई कार्ड्स के लिए काम करता है. आरोप है कि वह कार चला रहा था.
*कृष्ण, 27, स्पेनिश संस्कृति केंद्र के लिए काम करता है
*मिथुन, 26, एक हेयरड्रेसर
*मनोज मित्तल, 27, एक राशन दुकान डीलर
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