दिल्ली पुलिस ने सीमापुरी में हुए एक कत्ल के मामले को सुलझाते हुए खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार मृतक को दिल्ली से अगवा करके बागपत ले जाया गया जहां बेरहमी से गला काटकर उसका क़त्ल कर दिया गया. उसके सिर और धड़ के हिस्सों को अलग-अलग फेंक दिया गया. दरअसल 13 जुलाई को दिल्ली पुलिस को खबर मिली थी कि सीमापुरी के रहने वाले शहजाद को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया है. इसके बाद दिल्ली पुलिस की कई टीमें लगातार शहजाद की तलाश में जुटी थीं. इसी दौरान 5 दिन बाद बागपत पुलिस ने एक लावारिस शव बरामद किया.
दिल्ली पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंची. पुलिस ने शव के कपड़ों से मृतक की शिनाख्त शहजाद के रूप में की. हैरानी की बात यह थी कि पुलिस को मौके पर शव का निचला हिस्सा तो मिला लेकिन सिर नहीं मिला. पुलिस की टीम ने लगातार 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला और एक आरोपी रियासत की पहचान करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. रियासत शहजाद का पड़ोसी था.
रियासत ने खुलासा किया कि शहजाद से उसकी पुरानी दुश्मनी थी. रियासत ने शहजाद को एक बार 25000 रुपये दिए थे. रियासत जब भी अपने पैसे मांगता तो शहजाद उसे धमकाता था और गालियां देता था. इसके बाद रियासत ने शहजाद से बदला लेने का फैसला किया.
आरोपी रियासत ने शहजाद को बहला-फुसलाकर आम खरीदने के लिए और पेंटिंग का काम दिलाने के लिए बागपत चलने को कहा. इस पर शहजाद तैयार हो गया और रियासत मारुति स्टीम कार से उसको लेकर बागपत की तरफ चल पड़ा. रास्ते में रियासत ने अपने एक साथ जावेद और नदीम को कार में बैठा लिया. आरोपियों ने शराब में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर शहजाद को पिला दिया और शहजाद बेहोश हो गया. बदमाशों ने मुरादनगर के पास शहजाद का गला काट दिया और उसके सिर को मुरादनगर नहर के पास फेंक दिया और शव के निचले हिस्से को बागपत में जंगल में फेंक दिया.
इस मामले में आरोपी नदीम अभी भी फरार है. जबकि पुलिस ने रियासत और जावेद को गिरफ्तार कर लिया है.