166 करोड़ की क्रिप्टो ठगी मामले में मास्टरमाइंड चिराग तोमर की 42.8 करोड़ की संपत्ति जब्त

चिराग तोमर अमेरिका में हिरासत में है और ED इस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है. एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और कितनी संपत्ति इस ठगी के जरिए हासिल की गई.

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  • प्रवर्तन निदेशालय ने चिराग तोमर और परिवार की कुल 42.8 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी जब्त की है.
  • चिराग तोमर ने Coinbase वेबसाइट की नकली साइट बनाकर 20 मिलियन डॉलर से अधिक की क्रिप्टो ठगी की थी.
  • ठगी से मिले क्रिप्टोकरेंसी को P2P प्लेटफॉर्म पर बेचकर रुपये में बदला गया और बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया.
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नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए  20 मिलियन डॉलर (166 करोड़ रुपये) की क्रिप्टो ठगी के आरोपी चिराग तोमर, उनके परिवार और उनसे जुड़ी संस्थाओं की कुल ₹42.8 करोड़ की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त कर ली है. जब्त की गई संपत्तियों में दिल्ली की 18 अचल संपत्तियां और कई बैंक खातों में जमा पैसे शामिल हैं. मास्टरमाइंड चिराग तोमर फिलहाल अमेरिका में गिरफ्तार है.

ईडी की ये कार्रवाई 2 अगस्त 2025 को हुई. आरोप है कि उसने Coinbase नाम की क्रिप्टोकरेंसी वेबसाइट की हूबहू नकल बनाकर करीब 20 मिलियन डॉलर (₹166 करोड़ से ज्यादा) की ठगी की.

कैसे की गई ठगी?

ED की जांच में सामने आया कि चिराग और उसके साथियों ने एक ऐसी नकली वेबसाइट बनाई जो देखने में एकदम असली Coinbase वेबसाइट जैसी लगती थी. इस फर्जी वेबसाइट को इंटरनेट पर ऊपर दिखाने के लिए सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) का इस्तेमाल किया गया. जब लोग असली वेबसाइट सर्च करते, तो सबसे पहले यही फर्जी वेबसाइट दिखती थी.

जब कोई यूजर उसमें अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालता, तो वेबसाइट ‘गलत पासवर्ड' बता देती. इसके बाद वेबसाइट पर दिया गया फोन नंबर यूजर को एक कॉल सेंटर से जोड़ देता, जिसे चिराग तोमर चलाता था. वहां से धोखेबाज यूजर्स के क्रिप्टो वॉलेट का एक्सेस हासिल कर लेते थे.

ठगी का पैसा भारत में कैसे लाया गया?

पीड़ितों से चोरी की गई क्रिप्टोकरेंसी को तुरंत P2P प्लेटफॉर्म्स पर बेचकर भारतीय रुपये में बदला गया और फिर वो रकम चिराग और उनके परिवार के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई. इन पैसों से उन्होंने दिल्ली में कई महंगी प्रॉपर्टी खरीदी.

ED की जांच अब भी जारी

फिलहाल चिराग तोमर अमेरिका में हिरासत में है और ED इस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है. एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और कितनी संपत्ति इस ठगी के जरिए हासिल की गई.

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