मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में 12 वर्षीय लड़की की बेरहमी से हत्या के आरोप में पुलिस ने 56 वर्षीय महिला और उसकी बेटी को मंगलवार को गिरफ्तार किया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपी नाबालिग लड़की को 50,000 रुपये में एक व्यक्ति को बेचना चाहती थीं, लेकिन इसमें नाकाम रहने के बाद भेद खुल जाने के डर से उन्होंने लड़की की कथित तौर पर हत्या कर दी.
पुलिस अधीक्षक (देहात) हितिका वासल ने संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 56 साल की मनोरमा 20 साल की किरण के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि किरण और नाबालिग लड़की के बीच दोस्ती थी तथा वे लड़की को 22 मार्च को पड़ोसी धार जिले के पीथमपुर क्षेत्र से कथित तौर पर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई थीं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लड़की को देवास ले जाया गया था और उसे वहां 50,000 रुपये में एक व्यक्ति को बेचने की कोशिश की गई थी.
उन्होंने बताया, ‘‘उस व्यक्ति ने लड़की को खरीदने से इनकार कर दिया था और लड़की ने शोर मचाकर अपने घर जाने की जिद पकड़ ली थी. इससे घबराकर आरोपियों ने पत्थर से सिर कुचलकर लड़की की हत्या कर दी थी. उन्हें डर था कि लड़की घर पहुंचकर उनका भेद खोल देगी जिससे पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेगी.''
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंदौर जिले के क्षिप्रा थाना क्षेत्र में 24 मार्च की रात में नाबालिग लड़की की पत्थर से सिर कुचलकर की गई थी और पुलिस ने अगले दिन रेल की पटरियों के पास उसकी लाश बरामद की थी.
उन्होंने बताया, ‘‘पुलिस ने करीब 100 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, तो लड़की महू कस्बे के बस स्टेंड पर दोनों आरोपियों के साथ जाती दिखाई दी. इससे उनके बारे में पुलिस को सुराग मिला.''
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में शामिल मनोरमा के पति और उसके बेटे की तलाश की जा रही है.
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