दिल्ली के साकेत कोर्ट में एम राधा नाम की महिला पर फायरिंग करने के आरोपी कमलेश्वर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसको फरीदाबाद से गिरफ्तार किया. शुक्रवार को सुबह करीब 10:30 फायरिंग की वारदात हुई थी. शाम को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
साकेत कोर्ट फायरिंग मामले में स्पेशल सीपी क्राइम रवीन्द्र यादव के मुताबिक, आरोपी फायरिंग करने के बाद अपनी स्कूटी से फरीदाबाद के सूर्य नगर भागा था. वह वहां एक घर में छिपा था. उसे वहां से पकड़ा गया.
यादव ने बताया कि, आरोपी कमलेश्वर सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह पेशे से वकील है और साकेत कोर्ट में प्रैक्टिस करता था.बार काउंसिल ने उसका लाइसेंस तीन साल के लिए 2024 तक सस्पेंड कर दिया था.
आरोपी के मुताबिक उसने एम राधा को 25 लाख रुपये दिए थे लेकिन वह पैसा वापस नहीं कर रही थी. पुलिस ने राधा को गिरफ्तार किया लेकिन उसे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. इसके बाद उसने राधा को कोर्ट में सबके सामने मारने का फैसला किया.
कमलेश्वर सिंह ने आज अपने निजी सुरक्षा गार्ड की लाइसेंसी रिवॉल्वर ली और कोर्ट पहुंचा. वहां पर उसने 4 राउंड फायरिंग की. इसके बाद वह भाग गया. बाद में कामेश्वर सिंह को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया.
साकेत कार्ट में कमलेश्वर सिंह ने फायरिंग की थी. इस घटना में महिला एम राधा नाम और एक मुंशी को गोली लगी. इन दोनों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. कोर्ट परिसर में कमलेश्वर सिंह और महिला के बीच पहले कहासुनी हुई और फिर सिंह ने एकाएक गोली चलाना शुरू कर दिया.
दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी चंदन राय ने बताया कि, राधा नाम की महिला और एक मुंशी को गोली लगी. उनको अब डिस्चार्ज कर दिया गया है.
दरअसल तीन साल पहले कामेश्वर सिंह ने एम राधा पर 25 लाख रुपये लेने का मामला दर्ज करवाया था. इसी केस में राधा पेशी के लिए कोर्ट आई थी. पीड़ित महिला के वकील राजेद्र झा का आरोप है कि कामेश्वर सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है और वह महिला को पहले से धमकाता रहा है.
अदालत परिसर के अंदर गोली चलने की इस घटना से कोर्ट की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर ट्वीट करके सवाल खड़े किए हैं. फिलहाल साकेत कोर्ट की सुरक्षा और सख्त कर दी गई है.