SA vs IND 2nd Test: ये 4 पहलू भारत के लिए दूसरे टेस्ट में पैदा करेंगे बड़ा अंतर

South Africa vs India 2nd Test: सच यह है कि इस सीरीज में दोनों टीमों का कोई मेल नहीं है. अगर इस दक्षिण अफ्रीकी टीम को भारत के खिलाफ अभी तक की सबसे कमजोर टीम करार दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा.

SA vs IND 2nd Test: ये 4 पहलू भारत के लिए दूसरे टेस्ट में पैदा करेंगे बड़ा अंतर

SA vs IND 2nd Test: दूसरा टेस्ट मैच सोमवार से शुरू हो रहा है

खास बातें

  • जोहांसबर्ग में दूसरा टेस्ट मैच सोमवार से
  • टीम इंडिया की नजर सीरीज फतह पर
  • भारत के पास है 1-0 की बढ़त
नयी दिल्ली:

SA vs IND 2nd Test: टीम विराट सेंचुरियन में मेजबानों को पटखनी देने और सीरीज में 1-0 की बढ़त लेने के बाद तीन टेस्ट की सीरीज के दूसरे मुकाबले में सोमवार को जोहांसर्ग में मैदान पर उतरेगी. सच यह है कि इस सीरीज में दोनों टीमों का कोई मेल नहीं है. अगर इस दक्षिण अफ्रीकी टीम को भारत के खिलाफ अभी तक की सबसे कमजोर टीम करार दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा. बहरहाल, दूसरे टेस्ट से पहले कई अहम बातें इस मैदान से जुड़ी हैं. और इनके अलावा कुछ और बातें हैं, जो अब भारत के साथ हो चली हैं और जो उसे दूसरे टेस्ट में फायदा दिलाएंगी ही दिलाएंगी. चलिए आप जान लीजए: 

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1. पहले बैटिंग करने वाले का रहा है दबदबा
अगर पहले टेस्ट को मानक माना जाए, तो विराट टॉस जीतने के बाद यहां भी पहले बल्लेबाजी करने का फैसला ले सकते हैं, जो वांडरर्स स्टेडियम की पिच को देखते हुए जरूर साहसी फैसला हो सकता है. बावजूद पिच के यहां पहले बैटिंग करने वाली टीम का जीत प्रतिशत 66.67 प्रतिशत रहा है. वहीं यहां पहले बैटिंग करने वाली टीम का औसत स्कोर 273 का रहा है. मतलब अगर भारत ने पहले बल्लेबाजी की और स्कोर चार सौ के आस-पास पहुंचा दिया, तो समझो काम हो गया! भारत का पहले बल्लेबाजी करना टॉस पर भी निर्भर करेगा. कोहली सेंचुरियन में तो भाग्यशाली रहे थे और जोहांसबर्ग में उनकी किस्मत का पता सोमवार को चलेगा.



2. सीमरों का स्वर्ग रहा है वांडरर्स 
अगर इस मैदान को सीमरों का स्वर्ग करार दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा. यह आप इससे बखूबी समझ सकते हैं कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए पांच टेस्ट मैचों में 96.3 फीसद विकेट पेसरों की झोली में गए हैं. और 3.7 प्रतिशत स्पिनरों के पाले में. अब जबकि भारत के पेसर आग उगल रहे हैं, तो निश्चित तौर पर बात यह भी देखने वाली बात होगी कि क्या भारत सभी पेसरों के साथ मैदान पर उतरेगा? बावजूद इसके मेजबानों को बुमराह-शमी से बहुत ही ज्यादा सावधान रहना होगा.

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3. क्विंटन डिकॉक का न होना देगा बड़ा फायदा
पहले से ही मेजबान टीम अच्छे बल्लेबाजों की कमी की मारी है. और उसके लिए और नुकसान की बात यह है कि क्विंटन डि कॉक इस टेस्ट में नहीं खेलेंगे, जिन्होंने दो दिन पहले ही टेस्ट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था. फायदा इस पहलू से मिलेगा कि डिकॉक भारत के खिलाफ पिछले पांच टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. उन्होंने 42.25 के औसत से 338 रन बनाए थे. 

4. केएल राहुल की फॉर्म 
अगर सेंचुरियन टेस्ट में केएल राहुल के पहली पारी में बनाए गे 127 रनों को हालिया समय में भारत के किसी ओपनर की सबसे बेहतरीन और काम आने वाली पारी करार दिया जाए, तो एक बार को बिल्कुल भी गलत नहीं ही होगा. राहुल की पारी ने सेंचुरियन में बड़ा अंतर पैदा किया और यहां भी राहुल अंतर पैदा कर सकते हैं. 

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