- आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप में खिताबी सफलता हासिल की लेकिन टेस्ट मैचों में महत्वपूर्ण हारें हुईं
- बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि गौतम गंभीर 2027 वर्ल्ड कप तक भारतीय टीम के कोच पद पर बने रहेंगे
- शुभमन गिल को टी-20 वर्ल्ड कप टीम से ड्रॉप करने का फैसला किया गया जिसे एक्सपर्ट्स ने टीम के लिए सही माना
Gautam Gambhir: टीम इंडिया और गौतम गंभीर के लिए साल 2025 विवादों भर रहा है. हालांकि इसी साल टीम इंडिया ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप में खिताबी सफर तय किया और व्हाइट बॉल क्रिकेट में टीम का दबदबा भी बना रहा. लेकिन टेस्ट मैचों में कुछ अहम हार की वजह से टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता कई सवाल उठते रहे.
गंभीर की होगी छुट्टी?
खबरें यह भी आने लगी कि गौतम गंभीर की 2027 वर्ल्ड कप से पहले छुट्टी हो सकती है. लेकिन NDTV सूत्रों ने यह साफ कर दिया की 2027 वर्ल्ड कप तक गंभीर कहीं नहीं जाने वाले.
'BCCI को गंभीर पर भरोसा'
BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने भी बताया, "हमने ना तो आधिकारिक तौर पर और ना ही उन अनधिकारिक तौर पर वीवीएस लक्ष्मण से कोई बात की है." उन्होंने यह भी कहा, "बीसीसीआई का गौतम गंभीर पर पूरा भरोसा है और इस बारे में कोई चर्चा नहीं की गई है." हालांकि, भारतीय क्रिकेट में कब कौन-सा फैसला हो जाये, यह कोई नहीं कह सकता. किसे पता था कि उपकप्तान शुभमन गिल T20 वर्ल्ड कप से पहले वर्ल्ड कप टीम से ड्रॉप किया जा सकते हैं.
पिछले ऑस्ट्रेलिया के दौरे से पहले कई एक्सपर्टस और फैंस छाती ठोक कर कह रहे थे कि विराट कोहली और रोहित शर्मा का यह आखिरी दौर होगा. मगर उसके बाद लगातार दो सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली मैन ऑफ द सीरीज बन गए. और अब कहां जा रहा है कि 2027 वर्ल्ड कप में इन दोनों के बगैर टीम पूरी नहीं होगी.
साथ नहीं छोड़ रहे विवाद
गौतम गंभीर और मौजूदा चयन करता हूं और टीम मैनेजमेंट के साथ भारतीय टीम के लिए पिछले दो सालों में सफर बेहद उतार चढ़ाव भरा रहा है. गंभीर के साथ पिछली एक साल में ही इतने विवाद हुए के सवाल उठने लगे कि गौतम गंभीर 2027 वर्ल्ड कब तक रहेंगे या नहीं. यहां तक की रोहित शर्मा की कप्तानी में वापसी की बात भी होने लगी.
उपकप्तान शुभमन गिल को टी-20 टीम से ड्रॉप करने का फैसला
इसी महीने फ़रवरी-मार्च, 2026 में होनेवाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का एलान किया गया तो उसमें उपकप्तान शुभमन गिल को ड्रॉप करने का फ़ैसला किया गया. गिल लंबे समय से टी-20 में फॉर्म में नहीं दिख रहे थे. ऐसे में गिल को ड्रॉप किये जाने के फ़ैसले को क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने एक बोल्ड और टीम के हक़ में लिया जानेवाला फ़ैसला माना.
वाशिंगटन सुंदर को टेस्ट में नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी
टीम चयन को लेकर चयनकर्ता और गौतम गंभीर के फ़ैसलों को लेकर सवाल तो बराबर उठते ही रहे. कोलकाता टेस्ट में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वाशिंगटन सुंदर को नंबर 3 पर भेजे जाने को लेकर भी गंभीर निशाने पर आ गये. इसके अलावा एशिया कप के दौरान लंबे समय तक संजू सैमसन को प्लेइंग XI से बाहर रखे जाने के फ़ैसले की वजह से भी गंभीर क्रिकेट एक्सपर्ट्स, फ़ैन्स और मीडिया के निशाने पर रहे.
‘कोलकाता में टर्निंग पिच के लिए अड़े गंभीर'
कोलकाता में प्लेइंग XI के अलावा पिच पर किचकिच वाले गंभीर के रवैये पर भी सवाल खड़े होते रहे. कोलकाता में दक्षिण अफ़्रीका ने तीन दिनों में ही भारत को उसके घरेलू मैदान पर हरा दिया. पश्चिम बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और गौतम गंभीर पिच को लेकर आमने-सामने आ गए.
‘ROKO साथ अड़ियल रवैये पर सवाल'
गौतम गंभीर के विराट कोहली और रोहित शर्मा संग संबंध किसी से छिपे नहीं हैं. ये भी साफ़ है कि गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर की नई नीति की वजह से ही ये दिग्गज घरेलू क्रिकेट खेलते नज़र आ रहे हैं. हालांकि, इससे घरेलू क्रिकेट का फ़ायदा ही हो रहा है.
'डिफेंसिव कोच, ऑलराउंडर्स पर ज़ोर'
गौतम गंभीर पर अक्सर जानकार उन्हें एक डिफेंसिव कोच होने का आरोप लगाते हैं. गंभीर टीम में स्पेशलिस्ट बैटर और गेंदबाज़ के बजाए अक्सर ऑलराउंडर्स पर ज़ोर देते नज़र आते हैं. अहम मौक़ों पर ये ऑलराउंडर्स स्पेशलिस्ट की तरह ना तो बैटिंग कर पाते हैं और ना ही स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ का रोल अदा कर पाते हैं. इसका नुकसान टीम इंडिया को अक्सर टेस्ट क्रिकेट में उठाना पड़ा है.













