अब जबकि जम्मू-कश्मीर के पेसर उमरान मलिक (Umran Malik) के टीम इंडिया में चयन के बाद मीडिया से लेकर सड़क तक इस गेंदबाज की चर्चा है, तो वहीं इस गेंदबाज के करियर में मेंटोर की भूमिका निभाने वाले पूर्व ऑलराउंडर अब कमेंटेटर इरफान पठान की भी प्रशंसा हो रही है. पठान पिछले कुछ सालों के दौरान जम्मू-कश्मीर रणजी ट्रॉफी टीम के कोच की भूमिका निभाने के साथ ही टैलेंट सर्च अभियान से भी जुड़े थे. और अगर इस राज्य से अब्दुल समाद और उमरान मलिक जैसे खिलाड़ी उभरकर सामने आए, तो इसमें इरफान पठान का भी अहम योगदान रहा है. भारत के पूर्व विकेटकीपर और चीफ सेलेक्टर सबा करीम ने इस पहलू पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि बीसीसीआई को पठान को तेज गेंदबाज स्कॉउट (नयी प्रतिभाओं को ढूंढने वाला) की भूमिका सौंपनी चाहिए.
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सबा करीम ने ट्वीट करते हुए कहा कि उमरान मलिक के उभार में इरफान पठान का खासा योगदान रहा है. इरफान के पास प्रतिभा को पहचानने वाली आंख है. उन्होंने आगे लिखा कि मैं बहुत ही मजबूती के साथ यह महसूस करता हूं कि बीसीसीआई को पठान की विशेज्ञता का इस्तेमाल करना चाहिए. और उन्हें पेस बॉलर स्काउट की भूमिका देनी चाहिए.
वैसे सबा करीम ने एकदम पते की बात कही है. इरफान ने पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट के विकास में जो योगदान दिया है, वह काबिलेतारीफ है. और इस पूर्व पेसर में क्रिकेट की समझ कितनी है, यह कमेंट्री के दौरान साफ महसूस किया जा सकता है. अब देखने की बात यह होगी कि बोर्ड में पूर्व अधिकारी रह चुके सबा करीम की आवाज बीसीसीआई कितनी सुनता है.
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उमरान ने पठान के साथ की चयन की खुशी साझा
उमरान अपने चयन की खुशी मेंटोर इरफान पठान के साथ भी बांटना नहीं भूले. होटल में उमरान के करियर में अहम भूमिका निभाने वाले और हैदराबाद और जम्मू-कश्मीर के साथी खिलाड़ी अब्दुल समाद दोनों ने अपने मेंटोर इरफान पठान का मुंह मीठा कर चयन का जश्न मनाया. इरफान पठान जम्मू-कश्मीर रणजी ट्रॉफी टीम के कोच रहे हैं और इन दोनों के विकास में पठान की खासी भूमिका रही है.