
प्रतीकात्मक तस्वीर
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( UGC) ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे शिक्षण समुदाय को साइबर सुरक्षा पर काम करने और इस विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रेरित करें. आयोग ने उल्लेख किया है कि सरकार राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया में है और तब तक स्कूल स्तर पर भी साइबर सुरक्षा जागरूकता शुरू हो जानी चाहिए.
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यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने उपकुलपतियों को लिखे पत्र में कहा है, ‘‘साइबरस्पेस एक जटिल परिवेश है, जिसमें सूचना और संचार प्रौद्योगिकी उपकरणों तथा नेटवर्क की मदद से लोगों के बीच संपर्क, सॉफ्टवेयर और सेवाएं शामिल हैं. यह इरादतन या अकस्मात, मानव निर्मित या प्राकृतिक घटनाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील है. इसलिए, साइबर सुरक्षा आज की जुड़ी हुई दुनिया में प्रमुख चिंता का विषय बन गई है.''
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया में है और इस बीच यह निर्णय किया गया है कि स्कूल स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता शुरू हो जानी चाहिए जहां पाठ्यक्रम साइबर सुरक्षा कदमों के साथ शुरू हो सकता है और इसमें आईआईटी तथा उच्च शिक्षा स्तर पर उत्तरोत्तर आक्रामक तथा रक्षात्मक पहलू शामिल हों.''
आयोग ने उच्च शिक्षण संस्थानों को साइबर सुरक्षा जागरूकता क्रियान्वयन पर उचित कार्रवाई का निर्देश देते हुए कहा, ‘‘उच्च शिक्षण संस्थान शिक्षण समुदाय को साइबर सुरक्षा स्टार्टअप पर काम करने तथा हैकाथन आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और बढ़ावा दे सकते हैं.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)