
स्मृति ईरानी
तिरुवनंतपुरम:
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने देश में उच्च शिक्षा के छात्रों और फैकल्टी सदस्यों से वैश्विक शैक्षणिक नेटवर्क पहल (जीआईएएन) कार्यक्रम का लाभ उठाने का आग्रह किया ताकि सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए रास्तों का प्रसार हो सके।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सुनिश्चित करेगा कि बेहतरीन वैश्विक शिक्षाविद देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में आएं। वह यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर विथुरा में भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), तिरूवनंतपुरम में बोल रही थीं।
स्मृति ईरानी ने संस्थान के स्थायी परिसर के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘मुझे यह बात साझा करते हुए काफी खुशी है कि जीआईएएन कार्यक्रम के तहत, हमने, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, हर सरकारी संस्थान को नियुक्त किया है।’’ उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम यह सुनिश्चित करेगा कि बेहतरीन शिक्षाविद देश के संस्थानों में आएं और न्यूनतम सात दिनों से एक सेमेस्टर तक छात्रों को पढ़ाएं और छात्रों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार विथुरा में नए केंद्रीय विद्यालय का प्रस्ताव भेजता है तो केंद्र उस पर अनुकूल रूप से विचार करेगा। केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने कहा कि ऐसे समय जब विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई बदलाव हो रहे हैं, आईआईएसईआर की मौजूदगी से छात्रों को बेहतरीन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सुनिश्चित करेगा कि बेहतरीन वैश्विक शिक्षाविद देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में आएं। वह यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर विथुरा में भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), तिरूवनंतपुरम में बोल रही थीं।
स्मृति ईरानी ने संस्थान के स्थायी परिसर के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘मुझे यह बात साझा करते हुए काफी खुशी है कि जीआईएएन कार्यक्रम के तहत, हमने, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, हर सरकारी संस्थान को नियुक्त किया है।’’ उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम यह सुनिश्चित करेगा कि बेहतरीन शिक्षाविद देश के संस्थानों में आएं और न्यूनतम सात दिनों से एक सेमेस्टर तक छात्रों को पढ़ाएं और छात्रों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार विथुरा में नए केंद्रीय विद्यालय का प्रस्ताव भेजता है तो केंद्र उस पर अनुकूल रूप से विचार करेगा। केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने कहा कि ऐसे समय जब विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई बदलाव हो रहे हैं, आईआईएसईआर की मौजूदगी से छात्रों को बेहतरीन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित होने की संभावना है।
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