मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Chief Minister Amarinder Singh) ने रविवार को दशहरा के मौके पर पटियाला में पंजाब के पहले खेल विश्वविद्यालय (Sports University) और अन्य विकास परियोजनाओं की डिजिटल माध्यम से नींव रखी. एक सरकारी बयान के मुताबिक, महाराज भूपिंदर सिंह खेल विश्वविद्यालय 500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. इसमें से 60 करोड़ रुपये अकादमिक और प्रशासनिक खंडों के विकास एवं परिसर में छात्रावासों के लिए निवेश किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने अपने दादा महाराज भूपिंदर सिंह के योगदान को भी याद किया जिनकी 129वीं जयंती रविवार को ही है. यह विश्वविद्यालय उनकी याद में बनाया जा रहा है. अमरिंदर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय खिलाड़ियों के वैज्ञानिक विकास में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पंजाब खेलों के एक केंद्र के रूप में विकसित हो और राज्य के खिलाड़ियों एवं कोचों के पास वैज्ञानिक ज्ञान हो.
उन्होंने विश्वविद्यालय के लिए नि:शुल्क भूमि देने के लिए सिंद्धुवाल के लोगों और पंचायत का आभार जताया. सिंह ने उम्मीद जताई कि 2022 तक कर्मी और छात्र विश्वविद्यालय में आ सकेंगे. उन्होंने पटिलाया के लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं भी दीं. पटियाला के लोगों को कोरोना वायरस की वजह से बहुत कष्ट झेलना पड़ा है.
मुख्यमंत्री ने नवंबर- दिसंबर में मामलों के बढ़ने की आशंका के बीच लोगों से एहतियात बरतने की अपील की. मुख्यमंत्री ने जिन अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें पटियाला शहर के लिए सतही जल-आधारित जल आपूर्ति (503 करोड़ रु), किला मुबारक के पास धरोहर सड़क का विकास (43 करोड़ रु) और राजपुरा रोड पर एक नया बस स्टैंड (65 करोड़ रुपये) शामिल है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं