आशाराम चौधरी अपने परिवार के साथ.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' में मध्य प्रदेश के आशाराम चौधरी की तारीफ की. आशाराम चौधरी ने
अपने पहले ही प्रयास में AIIMS की परीक्षा पास की थी और अब वे एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के स्टूडेंट बन गए हैं. पीएम मोदी ने आशाराम की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे पता चला कि किस तरह मप्र के अत्यंत गरीब परिवार से आने वाले आशाराम ने कड़ी महनत के बाद सफलता हासिल की. विपरीत परिस्थितियों में सफलता पाने वाले आशाराम युवाओं के लिए प्रेरणा हैं. आशाराम ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफलता प्राप्त की है. मैं उनकी सफलता पर उन्हें बधाई देता हूं.
आपको बता दें कि एम्स की प्रवेश परीक्षा अपने पहले ही प्रयास में पास करने वाले आशाराम ने 23 जुलाई को एडमिशन ले लिया था. एम्स (जोधपुर) निदेशक संजीव मिश्रा ने अपनी पूरी टीम के साथ आशाराम को बधाई दी और संस्थान से सभी तरह के सहयोग का आश्वासन दिया.
कचरा बीनने वाले के बेटे ने पहले प्रयास में निकाला AIIMS एग्जाम, अब सरकार अठाएगी सारा खर्चा
सरकारी स्कूल से पढ़ें हैं आशाराम
आशाराम की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल में हुई है. आशाराम छठी में जवाहर नवोदय विद्यालय चंद्रकेशर में पहुंच गए. यहां दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद नि:शुल्क आवासीय स्कूल दक्षिणा फाउंडेशन पुणे की प्रवेश परीक्षा दी. आशाराम चुने गए और 11वीं-12वीं की परीक्षा उन्होंने यहीं से अच्छे अंकों के साथ पास की. जिसके बाद आशाराम मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगे रहे और फिर उन्होंने इसी साल मई में एम्स की प्रवेश परीक्षा पास की.
अपने पहले ही प्रयास में AIIMS की परीक्षा पास की थी और अब वे एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के स्टूडेंट बन गए हैं. पीएम मोदी ने आशाराम की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे पता चला कि किस तरह मप्र के अत्यंत गरीब परिवार से आने वाले आशाराम ने कड़ी महनत के बाद सफलता हासिल की. विपरीत परिस्थितियों में सफलता पाने वाले आशाराम युवाओं के लिए प्रेरणा हैं. आशाराम ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफलता प्राप्त की है. मैं उनकी सफलता पर उन्हें बधाई देता हूं.
आपको बता दें कि एम्स की प्रवेश परीक्षा अपने पहले ही प्रयास में पास करने वाले आशाराम ने 23 जुलाई को एडमिशन ले लिया था. एम्स (जोधपुर) निदेशक संजीव मिश्रा ने अपनी पूरी टीम के साथ आशाराम को बधाई दी और संस्थान से सभी तरह के सहयोग का आश्वासन दिया.
कचरा बीनने वाले के बेटे ने पहले प्रयास में निकाला AIIMS एग्जाम, अब सरकार अठाएगी सारा खर्चा
सरकारी स्कूल से पढ़ें हैं आशाराम
आशाराम की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल में हुई है. आशाराम छठी में जवाहर नवोदय विद्यालय चंद्रकेशर में पहुंच गए. यहां दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद नि:शुल्क आवासीय स्कूल दक्षिणा फाउंडेशन पुणे की प्रवेश परीक्षा दी. आशाराम चुने गए और 11वीं-12वीं की परीक्षा उन्होंने यहीं से अच्छे अंकों के साथ पास की. जिसके बाद आशाराम मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगे रहे और फिर उन्होंने इसी साल मई में एम्स की प्रवेश परीक्षा पास की.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं