NEET PG मेडिकल और डेंटल कोर्सेस के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऑल इंडिया कोटा सीट्स के लिए काउंसलिंग का पहला राउंड पहले ही पूरा हो चुका है. आज से स्टेट कोटा सीट्स के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई है. बता दें कि ऑल इंडिया कोटा सीट्स के लिए मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) काउंसलिंग की प्रक्रिया आयोजित करती है, जबकि स्टेट कोटा सीट्स के लिए स्टेट मेडिकल अथॉरिटी काउंसलिंग और सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया आयोजित करती है.
फ्री एग्जिट क्या है?
दरअसल, पहली काउंसलिंग में से उम्मीदवार फ्री एग्जिट कर सकते हैं. यानी उम्मीदवार काउंसलिंग और सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया से बाहर निकल सकते हैं. MCC द्वारा बताए गए नियमों के मुताबिक, फ्री एग्जिट का ऑप्शन वो उम्मीदवार इस्तेमाल कर सकते हैं, जो पहले राउंड में अलॉट हुई सीट को खोना नहीं चाहते हैं.
फ्री एग्जिट का ऑप्शन उम्मीदवारों को सिर्फ ऑल इंडिया कोटा और स्टेट कोटा की पहली काउंसलिंग में ही मिलता है. ये ऑप्शन डीम्ड/ सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए उपलब्ध नहीं होता है.
MCC के मुताबिक, जो उम्मीदवार पहले राउंड में मिले संस्थानों में रिपोर्ट नहीं करते हैं, उन्हें फ्री एग्जिट मान लिया जाता है. इसके लिए कहा गया है कि जो उम्मीदवार फ्री एग्जिट का लाभ उठाकर पहले राउंड में शामिल नहीं होते हैं, वे अपनी पहले वाली रजिस्ट्रेशन डिटेल की मदद से लॉग इन करके दूसरे राउंड में फिर से शामिल हो सकते हैं.
वहीं, जो उम्मीदवार अपनी अलॉडेट सीटों को अपग्रेड करना चाहते हैं. उन्हें पहले राउंड की सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया में शामिल होकर सीट अपग्रेड करने की इच्छा जताकर दूसरे राउंड की काउंसलिंग में शामिल होना चाहिए. दूसरी काउंसलिंग में फ्री एग्जिट का ऑप्शन उपलब्ध नहीं होता है. इसलिए अगर उम्मीदवार दूसरी काउंसलिंग के बाद अपने अलॉटेड कॉलेज में रिपोर्ट नहीं करते हैं तो उनकी राशि कॉलेज द्वारा जब्त कर ली जाएगी.
हालांकि, अगर उम्मीदवारों को दूसरे राउंड में अपग्रेड नहीं मिलता है और पहले राउंड में अलॉटेड सीट को भी वे बरकरार नहीं रखना चाहते हैं, तो वे रिजल्ट की घोषणा के 2 दिनों के अंदर बाहर निकल सकते हैं.
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