राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने बधिर बच्चों (Deaf Children) को संकेत भाषा में पाठ्यपुस्तक और अन्य शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को भारतीय संकेत भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा, ‘‘भारतीय संकेत भाषा में एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता से बधिर बच्चे (Deaf Children) भी अब शिक्षा संसाधनों तक पहुंच बना सकते हैं और यह शिक्षकों, अभिभावकों और बधिर समुदाय के लिए एक उपयोगी तथा अत्यावश्यक संसाधन होगा.''
आज @ncert और Indian Sign Language Research and Training Centre-ISLRTC (DEPwD, Ministry of Social Justice and Empowerment के तहत एक राष्ट्रीय संस्थान) के बीच एक एतिहासिक समझौते (MoU) से हिंदी और अंग्रेजी माध्यम की कक्षा I-XII तक की सभी NCERT पाठ्यपुस्तक,@MSJEGOI @EduMinOfIndia pic.twitter.com/Xyla7TJ6rN
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) October 6, 2020
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार बच्चों में ज्ञानात्मक कौशल बाल्यावस्था में विकसित होता है और यह आवश्यक है कि बच्चों को उनकी शिक्षण आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जाए. सहमति पत्र पर हस्ताक्षर गहलोत और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक' की डिजिटल मौजूदगी में हुए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं