MP Board 10th Result 2020: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 10वीं क्लास के उन तमाम छात्रों को बधाई दी है, जिनके परीक्षा परिणाम आज जारी किए गए हैं. मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) ने इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित हुए 8.5 लाख से अधिक छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया है. परीक्षा देने वाले कुल छात्रों में से 62.84 फीसदी स्टूडेंट्स परीक्षा में पास हुए हैं. इस साल 15 छात्रों ने 100 फीसदी नंबर हासिल करके पहले स्थान पर अपनी जगह बना ली है और वहीं 360 स्टूडेंट्स टॉप 10 की सूची में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके स्टूडेंट्स को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. इसी के साथ उन्होंने 10वीं क्लास के टॉपर अभिनव शर्मा, लक्षदीप धाकड़ और प्रियांश रघुवंशी को बधाई दी, जिन्होंने परीक्षा में 100 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं. उन्होंने अपने मैसेज में लिखा, " मेरे प्यारे बच्चों, आज 10वीं का एमपी बोर्ड का परीक्षा परिणाम आया है. परीक्षा में सफल सभी बच्चों को बधाई! तुम्हारा भविष्य उज्ज्वल हो. माता-पिता और प्रदेश का नाम रौशन करो. मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं!"
मेरे प्यारे बच्चों, आज 10वीं का एमपी बोर्ड का परीक्षा परिणाम आया है। परीक्षा में सफल सभी बच्चों को बधाई! तुम्हारा भविष्य उज्ज्वल हो। माता-पिता और प्रदेश का नाम रौशन करो। मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 4, 2020
इस साल मध्य प्रदेश 10वीं बोर्ड रिजल्ट की सबसे खास बात ये है कि परीक्षा में 15 स्टूडेंट्स ने 100 फीसदी नंबरों के साथ पहला स्थान हासिल किया है. वहीं, 99.75 फीसदी नंबरों के साथ 2 स्टूडेंट्स को दूसरा स्थान मिला है, जबकि 99. 67 फीसदी नंबर हासिल करके 22 स्टूडेंट्स तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए हैं.
इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा में 62.84 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल मध्य प्रदेश 10वीं बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट बेहतर आया है. पिछले साल 10वीं क्लास का कुल पास प्रतिशत 61.32 फीसदी था, जबकि इस साल 62.84 फीसदी स्टूडेंट्स परीक्षा में पास हुए हैं.
मध्य प्रदेश 10वीं बोर्ड परीक्षा में पास होने वाले स्टूडेंट्स में 60.09 फीसदी लड़के हैं, जबकि 65.87 फीसदी लड़कियों ने परीक्षा पास की है. हालांकि, टॉप 15 की मेरिट लिस्ट में सिर्फ 5 लड़कियां ही अपनी जगह बना पाई हैं.
बोर्ड की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल 10वीं की परीक्षा में कुल 3,42,390 छात्रों ने फर्स्ट डिवीजन हासिल की है, जबकि 2,15,162 छात्रों को दूसरी डिवीजन मिला है और 2922 छात्र थर्ड डिवीजन लाने में कामयाब हुए हैं. बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 1,444 छात्रों के परिणाम रोक दिए गए हैं.
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