नई दिल्ली: सीबीएसई (CBSE) और आईसीएसई (ICSE) बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं कैंसिल होने के बाद अब NEET और JEE Main एग्ज़ाम पर सबकी नज़र है. इन दोनों एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्रों को भी इंतजार है कि आखिर अंतिम फैसला क्या होगा. देश में कोरोनावायरस का संक्रमण अब भी तेजी से फैल रहा है, ऐसे में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हालात की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन किया है. इस पैनल में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डीजी समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं. एनटीए से कहा गया है कि हालात की समीक्षा करके कल (3 जून) तक अपनी रिपोर्ट जमा कराएं. जेईई मेन (JEE Main 2020) एग्जाम 18-23 जुलाई और नीट (NEET 2020) 26 जुलाई को आयोजित किया जाना है.
पैनल गठन करने को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने खुद जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''हालात को देखते हुए और छात्रों व उनके अभिभावकों की अपील के मद्देनजर एक कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में एनटीए के डीजी और दूसरे विशेषज्ञ शामिल हैं. कमेटी से कहा गया है कि वो हालात की समीक्षा करें और अपने सुझाव एचआरडी मंत्रालय को कल तक जमा करा दें.''
इस साल जेईई मेन और नीट के लिए 15 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से सोशल डिस्टेंसिंग जैसे तमाम एहतियात बरतते हुए एग्जाम सेंटर पर ही एंट्रेंस टेस्ट कराने का फैसला किया गया था. जेईई मेन की परीक्षा 18 से 23 जुलाई के बीच कराने का ऐलान किया गया था, जबकि नीट की परीक्षा के लिए 26 जुलाई तय की गई है. लेकिन देश में बढ़ते कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है कि एग्जाम इन्हीं तारीखों पर कराए जाएंगे या नहीं.
इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए जेईई मेन एग्जाम आयोजित किया जाता है. वहीं, मेडिकल में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को नीट एग्जाम देना होता है. मार्च में कोरोनावायरस के चलते देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था. तमाम स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी भी तब से बंद हैं. बोर्ड एग्जाम से लेकर दूसरे स्कूल यूनिवर्सिटी एग्जाम जो बच गए थे, उनमें से ज्यादातर को रद्द कर दिया गया है और बोर्ड के अलावा बाकी क्लास के बच्चों को अगली क्लास में प्रमोट कर दिया गया है. सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं भी जुलाई में कराने का फैसला लिया गया था, लेकिन इस पर कई पैरेंट्स ने आपत्ति जाहिर की और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया. इसके बाद अंतिम फैसला दोनों बोर्ड के बचे हुए पेपर रद्द करने का लिया गया.
अब काफी छात्र और उनके अभिभावक नीट (NEET Exam 2020) और जेईई एग्जाम (JEE Main Exam 2020) भी रद्द करने की मांग कर रहे हैं. एग्जाम की तैयारी कर रहे बच्चों में कंफ्यूजन है. कई छात्र HRD मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' से मांग भी कर चुके हैं कि प्लीज स्थिति स्पष्ट करें, क्योंकि ऐसे वो अपनी तैयारी पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं.
ऐसे में अब एचआरडी मंत्रालय ने हालात का जायजा लेने के लिए पैनल का गठन किया है. ये पैनल तमाम स्थिति को परखेगा. कल यानी गुरुवार को ये पैनल अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप देगा. उम्मीद की जा रही है कि इसके बाद एग्जाम को लेकर कोई फाइनल निर्णय लिया जाएगा.