शिक्षक दिवस के मौके पर जामिया में न्यू पेंशन स्कीम का विरोध करते अध्यापक और कर्मचारी.
नई दिल्ली:
शिक्षक दिवस पर जामिया में टीचर्स एसोसिएशन के बैनर तले अध्यापकों एवं अन्य कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार की नई पेंशन योजना के खिलाफ सभी ने काली पट्टी बांधकर गालिब स्टैचू के सामने अपनी बात रखी. फेडरेशन ऑफ सेंट्रल यूनिवर्सिटीज टीचर्स एसोसिएशन (FEDCUTA) ने आज देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नई पेंशन स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया था.
शिक्षक दिवस का ही दिन इसलिए चुना गया, ताकि यह बताया जा सके कि नई पेंशन और ग्रैच्युटी स्कीम से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अध्यापक और दूसरे कर्मचारी कितना परेशान हैं. जामिया टीचर्स एसोसिएशन (JTA) के अध्यक्ष प्रोफेसर अमीर आज़म और सचिव प्रोफेसर माजिद जमील ने अध्यापकों और दूसरे कर्मचारियों को संबोधित किया और यह मांग उठाई कि सरकार नई पेंशन स्कीम को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम को दोबारा से लागू करे.
इस प्रदर्शन मे जामिया स्कूल टीचर्स एसोसिएशन, जामिया एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ एसोसिएशन और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की एसआरके एसोसिएशन ने भी अपना सहयोग दिया.
शिक्षक दिवस का ही दिन इसलिए चुना गया, ताकि यह बताया जा सके कि नई पेंशन और ग्रैच्युटी स्कीम से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अध्यापक और दूसरे कर्मचारी कितना परेशान हैं. जामिया टीचर्स एसोसिएशन (JTA) के अध्यक्ष प्रोफेसर अमीर आज़म और सचिव प्रोफेसर माजिद जमील ने अध्यापकों और दूसरे कर्मचारियों को संबोधित किया और यह मांग उठाई कि सरकार नई पेंशन स्कीम को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम को दोबारा से लागू करे.
इस प्रदर्शन मे जामिया स्कूल टीचर्स एसोसिएशन, जामिया एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ एसोसिएशन और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की एसआरके एसोसिएशन ने भी अपना सहयोग दिया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं