अनिरुद्ध कुमार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कहते हैं हर सफल आदमी के पीछे एक महिला का हाथ होता है. इस साल सिविल सेवा परीक्षा में हिंदी माध्यम से टॉपर अनिरुद्ध कुमार के बारे में ये बात शायद पूरी तरह से लागू होती है. यूं तो अनिरुद्ध सिविल सेवा परीक्षा में मिली शुरुआती असफलताओं और मिडिल क्लास वाली मुश्किलों की वजह से राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी में लग गए और उसमे सफल भी रहे, पर इस बार उनके जीवन का जब सबसे बड़ा सपना पूरा हुआ है तो उसके पीछे उनकी खुद की लगन के साथ एक प्रेरणा खड़ी थी, जो खुद एक ट्रेनी आईपीएस हैं. वो प्रेरणा कोई और नहीं, बल्कि उनकी पत्नी हैं, जो अभी हैदराबाद में सरदार बल्लवभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं.
मूलतः बिहार में जहानाबाद के रहने वाले अनिरुद्ध ने कानपुर के प्रतिष्ठित हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान अनिरुद्ध ने बताया कि वो इससे पहले भी इंटरव्यू के स्टेज तक पहुंच चुके थे पर अंतिम लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. फिर असफलताओं से निराश होकर अनिरुद्ध ने खुद को राज्य सेवा आयोग की तरफ मोड़ लिया जहां उन्हें सफलता भी मिली. फिलहाल वो उत्तर प्रदेश में असिस्टेंट सेल्स टैक्स कमिश्नर हैं.
UPSC Result 2017: मेंस छोड़ने वाले थे प्रथम , एग्जाम दिया तो बन गए टॉपर
हिंदी माध्यम से तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अनिरुद्ध बताते हैं कि उन्हें हिंदी माध्यम की वजह से सिविल सेवा परीक्षा में कुछ मुश्किल तो जरूर आई, पर ये सोचना की हिंदी माध्यम वालों को सफलता नहीं मिलती ये ठीक नहीं है. अनिरुद्ध कहते हैं कि हिंदी के छात्रों के लिए पढ़ाई की सामग्री को लेकर थोड़ी मुश्किल तो रहती है पर इंटरनेट की वज़ह से पिछले एक-दो सालों में स्थिति काफी बेहतर हुई है. अनिरुद्ध की अधिकतर तैयारी सेल्फ स्टडी वाली ही रही. नौकरी में होने की वज़ह से वक़्त निकालना आसान भी नहीं था पर परीक्षा से महीने भर पहले वो छुट्टियां ले लेते थे.
UPSC टॉपर्स में हरियाणा नंबर वन, सचिन ने टाइम मैनेजमेंट से हासिल की सफलता
अनिरुद्ध के पढ़ाई वाले दोस्तों के ग्रुप में सभी ने प्रीलिम्स या मेंस क्लियर किया हुआ था, जिसकी वज़ह से उन्हें अपनी कमियों और गलतियों को सुधारने में काफी फ़ायदा मिला. अभी जून के पहले हफ्ते में होने वाले प्रीलिम्स की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अनिरुद्ध का कहना है कि उन्हें सेलेक्टिव स्टडी करनी चाहिए और पहले से पढ़ी चीज़ों को दोहराने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
VIDEO: यूपीएससी टॉपरों की कहानी, उन्हीं की जुबानी
मूलतः बिहार में जहानाबाद के रहने वाले अनिरुद्ध ने कानपुर के प्रतिष्ठित हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान अनिरुद्ध ने बताया कि वो इससे पहले भी इंटरव्यू के स्टेज तक पहुंच चुके थे पर अंतिम लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. फिर असफलताओं से निराश होकर अनिरुद्ध ने खुद को राज्य सेवा आयोग की तरफ मोड़ लिया जहां उन्हें सफलता भी मिली. फिलहाल वो उत्तर प्रदेश में असिस्टेंट सेल्स टैक्स कमिश्नर हैं.
UPSC Result 2017: मेंस छोड़ने वाले थे प्रथम , एग्जाम दिया तो बन गए टॉपर
हिंदी माध्यम से तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अनिरुद्ध बताते हैं कि उन्हें हिंदी माध्यम की वजह से सिविल सेवा परीक्षा में कुछ मुश्किल तो जरूर आई, पर ये सोचना की हिंदी माध्यम वालों को सफलता नहीं मिलती ये ठीक नहीं है. अनिरुद्ध कहते हैं कि हिंदी के छात्रों के लिए पढ़ाई की सामग्री को लेकर थोड़ी मुश्किल तो रहती है पर इंटरनेट की वज़ह से पिछले एक-दो सालों में स्थिति काफी बेहतर हुई है. अनिरुद्ध की अधिकतर तैयारी सेल्फ स्टडी वाली ही रही. नौकरी में होने की वज़ह से वक़्त निकालना आसान भी नहीं था पर परीक्षा से महीने भर पहले वो छुट्टियां ले लेते थे.
UPSC टॉपर्स में हरियाणा नंबर वन, सचिन ने टाइम मैनेजमेंट से हासिल की सफलता
अनिरुद्ध के पढ़ाई वाले दोस्तों के ग्रुप में सभी ने प्रीलिम्स या मेंस क्लियर किया हुआ था, जिसकी वज़ह से उन्हें अपनी कमियों और गलतियों को सुधारने में काफी फ़ायदा मिला. अभी जून के पहले हफ्ते में होने वाले प्रीलिम्स की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अनिरुद्ध का कहना है कि उन्हें सेलेक्टिव स्टडी करनी चाहिए और पहले से पढ़ी चीज़ों को दोहराने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
VIDEO: यूपीएससी टॉपरों की कहानी, उन्हीं की जुबानी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं