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This Article is From Apr 30, 2020

भारत में कोरोनावायरस की पहली मरीज फिर से जुट गई पढ़ाई में, चीन के वुहान से कर रही है मेडिकल

वुहान विश्वविद्यालय की यह छात्रा सेमेस्टर खत्म होने पर छुट्टियों में अपने घर भारत आई थी और उसी दौरान 30 जनवरी को जांच में उसके कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.

भारत में कोरोनावायरस की पहली मरीज फिर से जुट गई पढ़ाई में, चीन के वुहान से कर रही है मेडिकल
प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्ली:

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने वाली पहली मरीज बनी केरल की मेडिकल छात्रा का कहना है कि आजकल वह चीन के वुहान में अपने विश्वविद्यालय की ऑनलाइन कक्षाएं लेने के साथ-साथ रसोई में लजीज व्यंजनों को पकाने में अपनी मां का हाथ बंटाकर खुद को व्यस्त रख रही है. साथ ही उसका कहना है कि जांच रिपोर्ट में संक्रमित पाए जाने के बाद भी उसे डर नहीं लगा था.

मेडिकल तृतीय वर्ष की यह छात्रा इस बात को लेकर परेशान नहीं है कि इस जानलेवा वायरस का प्रसार वुहान से हुआ और वह स्थिति सामान्य होने के बाद वापस जाकर अपनी पढ़ाई फिर से पूरे जोश से करने की राह देख रही है.

छात्रा ने त्रिशूर जिले से फोन पर बताया, "मैं फरवरी से ही अपने विश्वविद्यालय की ऑनलाइन कक्षाएं ले रही हूं. विषयों के आधार पर कक्षाएं रोज हो रही हैं. हमसे कहा गया है कि फिलहाल जिन विषयों की ऑनलाइन कक्षा चल रही है, एक बार नियमित कक्षाएं शुरू होने के बाद उन्हें दुहराया जाएगा, क्योंकि प्रैक्टिकल भी होने हैं."

वुहान विश्वविद्यालय की यह छात्रा अपना सेमेस्टर खत्म होने पर छुट्टियों में घर आई थी और उसी दौरान 30 जनवरी को जांच में उसके कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.

त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब तीन सप्ताह के इलाज के बाद दो जांच में उसके संक्रमण मुक्त होने की रिपोर्ट आई. उसके संक्रमण मुक्त होने की पुष्टि होने के बाद 20 फरवरी को उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई.

जल्दी ही उसने अपनी ऑनलाइन कक्षाएं लेनी शुरू कर दीं. गौरतलब है कि फीस कम होने और अन्य सुविधाओं के कारण बड़ी संख्या में केरल के छात्र वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते हैं.

छात्रा ने बताया कि कक्षाएं सुबह साढ़े पांच बजे (चीनी समयानुसार सुबह आठ बजे) शुरू होती हैं और सुबह नौ बजे तक चलती हैं, बीच में 10 मिनट का अल्पावकाश मिलता है.

उन्होंने बताया, "विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य में चीन, पाकिस्तान और श्रीलंका के शिक्षक हैं, लेकिन हमारे संकाय सदस्य ज्यादातर चीन के हैं और वे अंग्रेजी भाषा में पढ़ाते हैं."

हालांकि, विश्वविद्यालय ने कहा है कि छात्रों की वापसी पर कक्षाएं नए सिरे से लगेंगी लेकिन, अभी तक कोई समय सीमा तय नहीं है.

उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि वुहान में अब कोई मरीज नहीं है. हमें यही बताया गया है. लेकिन हवाई सेवाओं का शुरू होना भी जरूरी है." 

चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को कहा था कि वुहान में कोविड-19 के अंतिम मरीज को भी संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और ऐसा पहली बार हुआ है जब शहर के किसी भी अस्पताल में कोविड-19 का कोई मरीज नहीं है. चीन के अनुसार, वुहान में कोरोनावायरस संक्रमण से 3,869 लोगों की मौत हुई है.

यह पूछने पर कि वह अपना खाली समय कैसे गुजार रही हैं, छात्रा ने बताया कि उसे खाना पकाने का बहुत शौक है और वह अपनी मां के साथ मिलकर रोज नए-नए पकवान बना रही है.

उन्‍होंने कहा, "मुझे खाना पकाना पसंद है और वुहान के छात्रावास में भी रसोई है. मैं अपना खाना खुद पकाती थी. अब मैं अपनी मां की मदद करती हूं. हम समोसे, कटलेट और ग्रिल चिकन बनाते हैं."

छात्रा ने गले में खरास और सूखी खांसी जैसे लक्षणों की शिकायत की थी, जिसके बाद 27 जनवरी को उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यह पूछने पर कि जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद क्या उसे डर लगा था, मेडिकल की छात्रा ने कहा 'नहीं.'

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