गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने पेपर लीक होने के बाद दो क्वेश्चन पेपर कैंसर कर दिए और इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को इस मामले पर ध्यान देने के लिए पत्र भी भेजे हैं, जहां प्रश्न पत्र लीक हुए थे.
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि जो दो क्वेश्चन पेपर निरस्त किए गए हैं उनकी परीक्षा की तिथियों के बारे में 19 अप्रैल को फैसला किया जाएगा.
मालूम हो कि विश्वविद्यालय गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीए और बीएससी फर्स्ट ईयर के गणित के क्वेश्चन पेपर और बी ए सैकेंड ईयर के समाजशास्त्र के क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इन दोनों की परीक्षा होनी थी.
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रोफेसर हर्ष सिन्हा ने बताया कि यह मामला सामने आने के बाद प्रतिकुलपति एसके दीक्षित की अगुवाई में एक समिति गठित की गई, जिसकी जांच में पाया गया कि गणित का पेपर लीक हुआ है जबकि समाजशास्त्र का प्रश्न पत्र वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल नहीं खाता है.
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि जो दो क्वेश्चन पेपर निरस्त किए गए हैं उनकी परीक्षा की तिथियों के बारे में 19 अप्रैल को फैसला किया जाएगा.
मालूम हो कि विश्वविद्यालय गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीए और बीएससी फर्स्ट ईयर के गणित के क्वेश्चन पेपर और बी ए सैकेंड ईयर के समाजशास्त्र के क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इन दोनों की परीक्षा होनी थी.
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रोफेसर हर्ष सिन्हा ने बताया कि यह मामला सामने आने के बाद प्रतिकुलपति एसके दीक्षित की अगुवाई में एक समिति गठित की गई, जिसकी जांच में पाया गया कि गणित का पेपर लीक हुआ है जबकि समाजशास्त्र का प्रश्न पत्र वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल नहीं खाता है.
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