हजारीबाग में आदिम जनजाति ‘बिरहोर’ की लड़की ने पहली बार की 10वीं की परीक्षा पास

झारखंड के हजारीबाग जिले में आदिम जनजातियों में शामिल ‘बिरहोर’ के कुल 36 टांडों (बस्तियों) में पहली बार कोई लड़की 10वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है यह उपलब्धि सोलह वर्षीय पायल बिरहोर ने प्राप्त की है.

हजारीबाग में आदिम जनजाति ‘बिरहोर’ की लड़की ने पहली बार की 10वीं  की परीक्षा पास

हजारीबाग में आदिम जनजाति ‘बिरहोर’ की लड़की ने पहली बार की 10वीं की परीक्षा पास

नई दिल्ली:

झारखंड के हजारीबाग जिले में आदिम जनजातियों में शामिल ‘बिरहोर' के कुल 36 टांडों (बस्तियों) में पहली बार कोई लड़की 10वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है  यह उपलब्धि सोलह वर्षीय पायल बिरहोर ने प्राप्त की है.

हजारीबाग के उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि पायल बिरहोर द्वारा 10वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करना बिरहोर जनजाति के लिए बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इस जनजाति में अब तक सिर्फ तीन लोगों के हाईस्कूल (10वीं कक्षा) उत्तीर्ण होने और एक के स्नातक होने की जानकारी उपलब्ध है.

उपायुक्त ने बताया कि हजारीबाग में बिरहोर जनजाति के कुल 36 टांडे हैं और जनजाति के अधिकतर लोग शिकार आदि से जीवन यापन करते हैं. झारखंड शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा के नतीजे सोमवार को जारी किए गए. आनंद ने बताया कि पायल बिरहोर ने पढ़ाई में अत्यधिक रुचि दिखायी और अब इंटर (12वीं) की शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के लिए उसे प्रोत्साहित किया जायेगा.

वहीं, पायल ने बताया कि उसकी पढ़ाई में बहुत रुचि है और हजारीबाग में बिरहोर जनजाति के सभी 36 टांडों में पहली बार हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण कर वह खुश है. गौरतलब है कि हजारीबाग में बिरहोर जाति के करीब 11 हजार लोग रहते हैं। इसके अलावा पलामू और सिंहभूम में भी बिरहोर आदिम जनजाति के लोग निवास करते हैं.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)