दिल्ली विश्वविद्यालय
नयी दिल्ली:
छात्रों के नजरिये से कमियों के बारे में जानने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्रों के बीच गुणवत्ता आकलन सर्वेक्षण करने का फैसला किया है। इसके तहत छात्रों से विभिन्न मापदंडों पर शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन करने को कहा जाएगा।
सर्वेक्षण डीयू की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा कराया जाएगा जिसका लक्ष्य विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को दी जा रही सेवा का आकलन किया जाएगा और उन क्षेत्रों का पता लगाया जाएगा जिसमें छात्रों के अनुभव की गुणवत्ता बढ़ाने की आवश्यकता है।
डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय प्रोफेसरों के लिए एक फीडबैक व्यवस्था पर विचार कर रहा है। हालांकि उसका कुछ विरोध हो रहा है। इसलिए, अंतत: हमने विश्वविद्यालय के प्रत्येक घटक के लिए एक आकलन व्यवस्था रखने का फैसला किया है, जो छात्रों के अनुभव में योगदान देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मूल्यांकन के लिए आने वाली नेशनल असेसमेंट एण्ड एक्रीडिएसन काउंसिल (नैक) की टीम भी छात्रों के फीडबैक डाटा के बारे में पूछती है। हालांकि, वो खुद से छात्रों से राय नहीं लेते हैं लेकिन संबद्ध विश्वविद्यालय या कॉलेज से अपेक्षा करते हैं कि वो प्रदान करेंगे। इसलिए, वह डाटा तब काम आएगा।’’
सर्वेक्षण डीयू की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा कराया जाएगा जिसका लक्ष्य विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को दी जा रही सेवा का आकलन किया जाएगा और उन क्षेत्रों का पता लगाया जाएगा जिसमें छात्रों के अनुभव की गुणवत्ता बढ़ाने की आवश्यकता है।
डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय प्रोफेसरों के लिए एक फीडबैक व्यवस्था पर विचार कर रहा है। हालांकि उसका कुछ विरोध हो रहा है। इसलिए, अंतत: हमने विश्वविद्यालय के प्रत्येक घटक के लिए एक आकलन व्यवस्था रखने का फैसला किया है, जो छात्रों के अनुभव में योगदान देता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मूल्यांकन के लिए आने वाली नेशनल असेसमेंट एण्ड एक्रीडिएसन काउंसिल (नैक) की टीम भी छात्रों के फीडबैक डाटा के बारे में पूछती है। हालांकि, वो खुद से छात्रों से राय नहीं लेते हैं लेकिन संबद्ध विश्वविद्यालय या कॉलेज से अपेक्षा करते हैं कि वो प्रदान करेंगे। इसलिए, वह डाटा तब काम आएगा।’’
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