नयी दिल्ली: केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) को पाठ्य पुस्तकों में भ्रष्टाचार रोधी अध्याय शामिल करने के लिये कहा है ताकि स्कूली बच्चों को भ्रष्टाचार के नुकसानदेह असर के बारे में जागरूक किया जा सके.
सीवीसी ने मंत्रालय के समक्ष यह विषय उठाया है और सत्यनिष्ठा एवं नैतिकता से जुड़ी विषय वस्तु छात्रों की पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने का कार्य जारी है.
सीवीसी ने बताया, ‘‘हमारा लक्ष्य बच्चों को भ्रष्टाचार के मुद्दों और इसके नुकसानदेह प्रभावों पर उनके पाठ्यक्रम के जरिए उन्हें निरंतर शामिल किए रखना है. इस उद्देश्य के लिए हमने मंत्रालय के साथ एक वार्ता शुरू की, ताकि एनसीईआरटी की पुस्तकों में सत्यनिष्ठा, नैतिकता पर मौजूदा विषय वस्तु में बदलाव के सुझाव दिए जा सकें.’’ केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी ने बताया कि बच्चों में जागरूकता लाने के लिए भविष्य के नेताओं को सशक्त करने से निश्चित ही भारत बदलेगा और यह भ्रष्टाचार मुक्त बनेगा.
समझा जा रहा है कि सीवीसी, एचआरडी मंत्रालय, सीबीएसई और एनसीईआरटी के प्रतिनिधियों की एक टीम इसके तौर तरीकों पर काम कर रही है.
सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भ्रष्टाचार रोधी विषय वस्तु 10 वीं कक्षा के छात्रों के लिए रखने की योजना है.