नई दिल्ली:
अगर कहीं भी आपकी नौकरी की बात होती है, तो सबसे पहली चीज जो आपसे मांगी जाती है, वो होता है आपका सीवी, इसलिए जॉब चाहिए तो सीवी को गंभीरता से लें. एक नियोक्ता के लिए सीवी आवेदनकर्ता की पूरी पहचान होता है और उसी के आधार पर वो नियुक्ति की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाता है, लेकिन लोग अकसर सीवी में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिसकी वजह से टैलेंट होने के बावजूद उन्हें कई बार नौकरी नहीं मिलती है. जब भी सीवी बनाए इन पांच गलतियों को करने से हमेशा बचें...
फॉन्ट और कलर
ध्यान रहे जितना अहम सीवी होता है, उतना ही जरूरी उसका फॉन्ट और कलर सेलेक्शन भी होता है. सीवी में अलग-अलग तरह के फॉन्ट का इस्तेमाल करने से नियोक्ता को उसे पढ़ने में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा सीवी में कभी-कभी अलग-अलग तरह के रंगों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. इससे नियोक्ता पर आपका इम्प्रेशन खराब पड़ता है.
एक से ज्यादा फोन नंबर
सीवी में एक से ज्यादा फोन नंबर देना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है. आप जितने ज्यादा फोन नंबर देंगे आपके अहम मैसेज को मिस करने के चांसेज भी उतने ज्यादा होंगे. इसलिए सीवी में हमेशा एक ही नंबर दें और इस कंफ्यूजन को दूर ही रखें. सीवी में अपना मोबाइल नंबर देना सबसे उचित रहता है, ताकि आपकी जॉब को लेकर जो भी लेटेस्ट अपडेट हो जल्द से जल्द मिल सके.
स्पेलिंग मिस्टेक
सीवी में अगर आप स्पैलिंग मिस्टेक करते हैं तो जॉब के लिए शॉर्टलिस्ट किए कैंडिडेट्स में आपका नाम आना लगभग नामुमकिन है. इससे नियोक्ता पर आपकी छवि एक गैरजिम्मेदार व्यक्ति की बनती है. साथ ही ये आपके लिखने की क्षमता पर भी सवाल खड़े करता है. इसलिए जब भी सीवी बनाए तो उसमें स्पैलिंग मिस्टेक्स को कई बार चेक करें.
कितना बड़ा होना चाहिए सीवी
सीवी बनाने की प्रक्रिया में उसकी लेंथ एक सबसे अहम फैक्टर होता है. जहां एक तरफ आपको सीवी में अपने हर एक अनुभव के बारे में बताना जरूरी होता है, वहीं दूसरी ओर उसकी लेंथ भी छोटी रखनी अतिआवश्यक होती है. जो सीवी ज्यादा क्रिस्पी होते हैं उनके शॉर्ट लिस्ट होने के चांसेज भी ज्यादा होते हैं, लेकिन सीवी को छोटा करने के चक्कर में कभी भी अपनी किसी अहम चीज को मेंशन करना मिस न करें.
जॉब से जुड़ी अनुभव
आपको बता दें कि नियोक्ता उन उपलब्धियों के बारे में कभी भी जानना नहीं चाहेंगे, जिनका आपकी जॉब से दूर-दूर तक कोई नाता न हो. इसलिए सीवी में हमेशा अपने जॉब से जुड़ी उपलब्धियों के बारे में बताएं. ऐसा करने से आपका सीवी छोटा और इफेक्टिव रहेगा.
फॉन्ट और कलर
ध्यान रहे जितना अहम सीवी होता है, उतना ही जरूरी उसका फॉन्ट और कलर सेलेक्शन भी होता है. सीवी में अलग-अलग तरह के फॉन्ट का इस्तेमाल करने से नियोक्ता को उसे पढ़ने में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा सीवी में कभी-कभी अलग-अलग तरह के रंगों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. इससे नियोक्ता पर आपका इम्प्रेशन खराब पड़ता है.
एक से ज्यादा फोन नंबर
सीवी में एक से ज्यादा फोन नंबर देना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है. आप जितने ज्यादा फोन नंबर देंगे आपके अहम मैसेज को मिस करने के चांसेज भी उतने ज्यादा होंगे. इसलिए सीवी में हमेशा एक ही नंबर दें और इस कंफ्यूजन को दूर ही रखें. सीवी में अपना मोबाइल नंबर देना सबसे उचित रहता है, ताकि आपकी जॉब को लेकर जो भी लेटेस्ट अपडेट हो जल्द से जल्द मिल सके.
स्पेलिंग मिस्टेक
सीवी में अगर आप स्पैलिंग मिस्टेक करते हैं तो जॉब के लिए शॉर्टलिस्ट किए कैंडिडेट्स में आपका नाम आना लगभग नामुमकिन है. इससे नियोक्ता पर आपकी छवि एक गैरजिम्मेदार व्यक्ति की बनती है. साथ ही ये आपके लिखने की क्षमता पर भी सवाल खड़े करता है. इसलिए जब भी सीवी बनाए तो उसमें स्पैलिंग मिस्टेक्स को कई बार चेक करें.
कितना बड़ा होना चाहिए सीवी
सीवी बनाने की प्रक्रिया में उसकी लेंथ एक सबसे अहम फैक्टर होता है. जहां एक तरफ आपको सीवी में अपने हर एक अनुभव के बारे में बताना जरूरी होता है, वहीं दूसरी ओर उसकी लेंथ भी छोटी रखनी अतिआवश्यक होती है. जो सीवी ज्यादा क्रिस्पी होते हैं उनके शॉर्ट लिस्ट होने के चांसेज भी ज्यादा होते हैं, लेकिन सीवी को छोटा करने के चक्कर में कभी भी अपनी किसी अहम चीज को मेंशन करना मिस न करें.
जॉब से जुड़ी अनुभव
आपको बता दें कि नियोक्ता उन उपलब्धियों के बारे में कभी भी जानना नहीं चाहेंगे, जिनका आपकी जॉब से दूर-दूर तक कोई नाता न हो. इसलिए सीवी में हमेशा अपने जॉब से जुड़ी उपलब्धियों के बारे में बताएं. ऐसा करने से आपका सीवी छोटा और इफेक्टिव रहेगा.
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