
खास बातें
- IMF के मुताबिक़, इस साल भारत की विकास दर 6.6 फ़ीसदी का अनुमान
- IMF ने चीन के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है
- उम्मीद जताई कि दो साल में भारत की अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर होगी
नोटबंदी का असर देश के विकास दर पर पड़ा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के मुताबिक़, इस साल भारत की विकास दर 6.6 फ़ीसदी रहने का अनुमान है. यह पिछले साल की विकास दर 7.6 फ़ीसदी से 1 फ़ीसदी कम है. विकास दर के अनुमान पर नोटबंदी का असर बताया जा रहा है. वहीं आईएमएफ ने भारत के पड़ोसी देश चीन के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है. हालांकि यह उम्मीद जताई है कि अगले दो साल में भारत की अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर लौट आएगी.
आईएमएफ के मुताबिक, विकासशील देशों के बाज़ार आने वाले सालों में अर्थव्यवस्था में तेज़ी दिखा सकते हैं. इससे पहले विश्वबैंक ने भी भारत की विकास दर के अनुमान को कम किया था. वहीं, आईएमएफ ने इस साल तथा 2018 के लिए अमेरिका की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है. आईएमएफ का मानना है कि अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी.
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने इसके साथ ही कई अन्य देशों मसलन चीन, जर्मनी, जापान और ब्रिटेन की वृद्धि दर के अनुमान को भी बढ़ा दिया है. इसके साथ ही आईएमएफ ने चेताया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष कई नीचे की ओर जाने के जोखिम भी हैं. इनमें व्यापार के संरक्षणवादी कदम शामिल हैं. 189 देशों के आईएमएफ के ताजा आर्थिक परिदृश्य में कहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने का प्रभाव पहले से ही अमेरिकी शेयर मूल्यों,ब्याज दरों तथा डॉलर में दिखने लगा है.
नए परिदृश्य में इस साल अमेरिका की आर्थिक वृद्धि दर 2.3 प्रतिशत तथा अगले साल यानी 2018 में 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है. यह 2016 की 1.6 प्रतिशत की वृद्धि दर की तुलना में उल्लेखनीय सुधार होगा.
(न्यूज एजेंसी भाषा से भी इनुपट)