सब्जी, अन्य खाद्य वस्तुओं एवं ईंधन की कीमतों में गिरावट से अप्रैल माह में थोक मुद्रास्फीति घटकर 5.2 प्रतिशत पर आ गई। रिजर्व बैंक की अगले माह की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले महंगाई दर नीचे आई है।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मार्च में 5.7 प्रतिशत पर थी। गुरुवार को जारी जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं के वर्ग की मुद्रास्फीति अप्रैल में 8.64 प्रतिशत रही, जो मार्च में 9.9 प्रतिशत थी। प्याज का दाम अप्रैल में 9.76 प्रतिशत घटा। इससे पूर्व माह में इसमें 1.92 प्रतिशत की तेजी आई थी।
अंडा, मछली तथा मांस की मंहगाई दर 9.7 प्रतिशत पर आ गई, जबकि मार्च में यह 11.9 प्रतिशत थी। हालांकि इस दौरान आलू के भाव में तेजी आई, लेकिन कुल मिलाकर सब्जियों के मामले में मुद्रास्फीति अप्रैल में कम होकर 1.34 प्रतिशत रही, जो मार्च में 8.57 प्रतिशत थी। अप्रैल में इससे पूर्व माह के मुकाबले फलों के दाम में भी मामूली तेजी आई।
थोक मूल्य सूचकांक आंकड़ों के अनुसार ईंधन तथा बिजली खंड के साथ चीनी और खाद्य तेल समेत विनिर्मित वस्तुओं के समूह में भी महंगाई दर नरम हुई है। ईंधन तथा बिजली खंड में कीमत स्तर सालाना आधार पर 8.93 प्रतिशत ऊंचा रहा, जबकि मार्च में इस वर्ग की मुद्रास्फीति 11.22 प्रतिशत थी। पिछले दिनों जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर तीन महीने के उच्च स्तर 8.59 प्रतिशत पर आ गई है।