देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक गिरावट दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.54 फीसदी या 492.52 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 27,458.38 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.32 फीसदी या 110.95 अंकों की गिरावट के साथ 8,284.50 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 9 शेयरों में पिछले सप्ताह तेजी रही। हिंदुस्तान यूनिलीवर (14.19 फीसदी), मारुति सुजुकी (3.16 फीसदी), इंफोसिस (2.99 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.04 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भेल (7.55 फीसदी), सेसा स्टरलाईट (6.60 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.65 फीसदी), एचडीएफसी (5.09 फीसदी) और टाटा पावर (4.26 फीसदी)।
गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में करीब एक फीसदी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 0.99 फीसदी या 104.19 अंकों की गिरावट के साथ 10,426.01 पर और स्मॉलकैप 0.97 फीसदी या 109.81 अंकों की गिरावट के साथ 11,198.34 पर बंद हुआ।
मंगलवार छह जनवरी को जारी एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स के मुताबिक देश के सेवा क्षेत्र के विकास की गति धीमी हुई है। दिसंबर महीने का इंडेक्स 51.1 पर दर्ज किया गया, जो एक महीने पहले 52.6 पर था।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार पांच जनवरी को दूरसंचार विभाग के 800, 900 और 1800 मेगाहर्ट्ज की फरवरी 2015 में नीलामी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सरकार का अनुमान है कि नीलामी से सरकार को 64,840 करोड़ रुपये की कुल आय होगी, जिसमें से 16 हजार करोड़ रुपये मौजूदा कारोबारी साल में ही मिल जाएंगे।
यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के अध्यक्ष मारियो द्राघी ने गुरुवार आठ जनवरी को कहा कि ईसीबी बांड खरीदारी कार्यक्रम की शुरुआत कर सकता है। यह अमेरिकी फेड के क्वोंटिटेटिव ईजिंग की तरह होगा। इससे बाजार में तरलता बढ़ेगी, जिससे भारत को होने वाले लाभ से इंकार नहीं किया जा सकता है।