किसानों का बकाया चुकाने से चीनी मिलों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि गन्ना महंगा हो रहा है और चीनी सस्ती, ऐसे में पैसा कहां से लाएं। चीनी मिलों ने सरकार से 25-30 लाख टन चीनी खरीदने की मांग भी की है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि चीनी के दाम पिछले छह महीने में छह-सात रुपये नीचे गिर गए हैं, हममें गन्ना किसानों के बकाये कुल 19,000 करोड़ रुपये में से एक तिहाई पेमेंट करने की शक्ति भी नहीं बची है।
उन्होंने कहा कि सरकार अगर 25-30 लाख टन चीनी शुगर मिल से खरीदे, तो करीब 7,000 करोड़ रुपये आएंगे और वो किसानों को पेमेंट कर पाएंगे।
गौरतलब है कि गन्ना किसानों के बकाये रकम के भुगतान को लेकर केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने सभी बड़े गन्ना उत्पादक राज्यों के मंत्रियों के साथ आज उच्चस्तरीय मीटिंग की। इस बैठक का मुख्य एजेंडा था कि गन्ना किसानों के बकाये पैसों का भुगतान जल्द से जल्द कैसे किया जाए।
बैठक में शामिल यूपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म शंकर त्रिपाठी ने एनडीटीवी को बताया कि यूपी में सबसे ज्यादा 10,371 करोड़ रुपये बकाया है।