ADVERTISEMENT

सातवां वेतन आयोग : सरकार की ओर से न्यूनतम वेतनमान पर संसद में दिया गया यह बयान

सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की जो सिफारिशें लागू की गई उसमें से कुछ पर केंद्रीय कर्मचारियों ने आपत्ति जताई.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी08:19 AM IST, 25 May 2018NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए सातवां वेतन आयोग (Seventh Pay Commission) सैलरी और पेंशन में इजाफा लेकर आया. इस रिपोर्ट के कई पहलुओं पर विवाद रहा. कर्मचारी चर्चाओं के बाद भी रिपोर्ट के प्रावधानों और संस्तुतियों से सहमत नहीं हुए. सरकार ने अपने हिसाब से जरूरी संशोधनों के साथ रिपोर्ट को स्वीकार किया और फिर इसे लागू किया. 

सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की जो सिफारिशें लागू की गई उसमें से कुछ पर केंद्रीय कर्मचारियों ने आपत्ति जताई. कई मुद्दों पर चर्चा के बाद समाधान निकल गया. सबसे अहम और सर्वाधिक कर्मचारियों से जुड़ा मुद्दा न्यूनतम वेतन मान का रहा जिसे अभी तक कर्मचारियों के हिसाब से सुलझाया नहीं जा सका है. 

आज की स्थिति में लाखों कर्मचारी असमंजस में हैं. लाखों कर्मचारी और उनके परिवार उम्मीदें पाले हुए हैं. आखिर स्थिति क्या है. संसद में इस बारे में हाल ही एक सवाल सांसद नीरज शेखर ने किया. इसका जवाब सरकार की ओर से आया जो आज की स्थिति को साफ करता है. 

पढ़ें: EPF का खेल : सरप्लस पॉजिटिव में लेकिन फिर भी ब्याज दर में कटौती, आखिर क्यों?

छह मार्च को नीरज शेखर ने प्रश्न किया था. उन्होंने पूछा -
क्‍या वित्त मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्‍या सरकार केन्‍द्र सरकार के कर्मचारियों की नाराजगी और सातवें केन्‍द्रीय वेतन आयोग द्वारा वेतन में अब तक की सबसे कम वृद्धि किए जाने को ध्‍यान में रखते हुए न्‍यूनतम वेतन को 18000/- रुपए से बढ़ाकर 21000/- रुपए करने और फिटमेंट फैक्‍टर को 2.57 से बढ़ाकर 3 करने पर सक्रियता से विचार कर रही है; 
(ख) यदि हां, तो तत्‍संबंधी ब्‍यौरा क्‍या है और यह किस तारीख से लागू होगा; और  
(ग) यदि नहीं, तो सरकारी कर्मचारियों के प्रति सरकार के उदासीन रवैये के क्‍या कारण हैं?

पढ़ें : PF (पीएफ) अंशधारक ध्यान दें, पैसे निकालने को लेकर EPFO के नियम में हुआ यह बड़ा बदलाव

सरकार की ओर से वित्तमंत्रालय में राज्य मंत्री पी राधाकृष्‍णन ने उत्तर दिया -

(क), (ख) और (ग): 18000/- रुपए प्रति माह का न्‍यूनतम वेतन और 2.57 का फिटमेंट गुणांक 7वें केन्‍द्रीय वेतन आयोग द्वारा संगत कारकों को ध्‍यान में रखते हुए की गई विशिष्‍ट सिफारिशों पर आधारित हैं. इसलिए, इस समय इसमें किसी परिवर्तन पर विचार नहीं किया जा रहा है. 

पढ़ें : अब मिस्ड कॉल से जानें PF बैलेंस और उससे जुड़ी पूरी जानकारी, SMS सेवा भी उपलब्ध

बता दें कि नवंबर माह से लेकर अभी तक यह खबरें चली आ रही हैं कि सरकार और कर्मचारियों में न्यूनतम वेतन मान को लेकर कोई समझौता हो गया है. कहा यह भी जा रहा था कि यह दिसंबर माह से लागू हो जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. फिर कहा गया कि यह जनवरी से लागू हो जाएगा. तब भी यह नहीं हुआ. खबर थी कि यह 1 अप्रैल से लागू हो जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

बता दें कि सातवें वेतन आयोग से पहले 7000 रुपये न्यूनतम वेतनमान हुआ करता था. जबकि लागू होने के बाद इसे 18000 रुपये कर दिया गया. सरकारी कर्मचारियों की यूनियन इसे 26000 करने की मांग कर रही थी. जबकि एक समय आया था कि सरकार इसे 21000 करने पर तैयार हो गई थी. यह बात केवल चर्चाओं में रही. कर्मचारी इसके लिए तैयार नहीं थे. 

NDTV Profit हिंदी
लेखकNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT