देश के शेयर बाजारों का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह तीन बार नए ऐतिहासिक शिखर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब ढाई फीसदी की बढ़त दर्ज की।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 2.5 फीसदी या 513.29 अंकों की तेजी के साथ 21,196.81 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी इसी दौरान 2.65 फीसदी या 162.30 अंकों की तेजी के साथ 6,307.20 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयरों में तेजी रही। आईसीआईसीआई बैंक (10.94 फीसदी), एसबीआई (9.42 फीसदी), मारुति सुजुकी (8.56 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (6.60 फीसदी) और भारती एयरटेल (6.58 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। तीन शेयरों आईटीसी (3.32 फीसदी), इंफोसिस (1.57 फीसदी) और सन फार्मा (0.85 फीसदी) में गिरावट रही।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप सूचकांक 3.55 फीसदी या 211.92 अंकों की तेजी के साथ 5,965.48 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 1.96 फीसदी या 113.85 अंकों की तेजी के साथ 5,825.75 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सेंसेक्स ने करीब तीन सालों में पहली बार 21,000 के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर लिया। इससे पहले पांच नवंबर 2010 को सेंसेक्स 21,004.96 पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स ने गत सप्ताह पांच में से चार कारोबारी सत्रों में बढ़त बनाई। बुधवार को सेंसेक्स तीन साल में पहली बार 21,000 से ऊपर 21,033.97 पर बंद हुआ। इसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को भी यह क्रमश: 21,164.52 और 21,196.81 पर बंद हुआ।
इसके साथ ही सेंसेक्स ने अब तक का सर्वोच्च 21,293.88 का स्तर छू लिया। इससे पहले सेंसेक्स ने 10 जनवरी 2008 को तब तक का सर्वोच्च स्तर 21,206.77 को छुआ था।
मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर और रिवर्स रेपो दर में 25 आधार अंक की वृद्धि कर इसे क्रमश: 7.75 फीसदी और 6.75 फीसदी कर दिया। इसके साथ ही मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) को 25 आधार अंक घटाकर 8.75 फीसदी कर दिया।
गुरुवार को सरकार ने प्रमुख उद्योगों की विकास दर के आंकड़े जारी किए, जिसके मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 37.90 फीसदी योगदान करने वाले आठ प्रमुख उद्योगों का विकास सितंबर 2013 में आठ फीसदी की दर से हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक ने अक्टूबर में शुद्ध 15,706.20 करोड़ रुपये के शेयर की लिवाली की। उन्होंने सितंबर में 13,057.80 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। 2013 में अब तक उन्होंने 90,715.60 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध लिवाली की है। 2012 में उन्होंने शुद्ध 1,28,359.80 करोड़ रुपये की लिवाली की थी।