भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजों से पहले निवेशकों द्वारा सतर्कता का रुख अपनाने से बीएसई सेंसेक्स करीब 249 अंक टूटकर एक महीने के निचले स्तर 26,304.20 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 8,000 से नीचे बंद हुआ।
इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपया कारोबार के दौरान 28 पैसे टूटकर 65.77 के स्तर पर आने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलेन ने करीब एक दशक में पहली बार दिसंबर में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना दोहराई है। इस पर एशियाई बाजारों में मिली-जुली प्रतिक्रिया दिखी।
भारत में तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मामूली बढ़त के साथ खुला और बिकवाली दबाव से 248.72 अंक नीचे 26,304.20 अंक पर बंद हुआ जो एक अक्टूबर के बाद का सबसे निचला स्तर है। बुधवार को सेंसेक्स 37.67 अंक टूटा था।
इसी तरह, एनएसई निफ्टी भी बिकवाली दबाव से 8,000 से नीचे आ गया और 84.75 अंक की गिरावट के साथ 7,955.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 8,031.20 और 7,944.10 अंक के दायरे में रहा।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बिकवाली की मार सबसे अधिक वेदांता लिमिटेड पर पड़ी जिससे उसका शेयर 4.66 प्रतिशत तक टूट गया, जबकि सन फार्मा 4.28 अंक नीचे बंद हुआ। वहीं टाटा स्टील 4.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से 23 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।