चीन द्वारा ब्याज दरों में कटौती और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत के बावजूद भारत के प्रमुख शेयर सूचकांकों में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 108.85 अंक के नुकसान के साथ 27,361.96 अंक पर आ गया। शुरू में सेंसेक्स 147 अंत तक चढ़ गया था। भारती एयरटेल और एचडीएफसी लिमिटेड के नतीजे निवेशकों में उत्साह फूंकने में नाकामयाब रहे।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, तेल एवं गैस, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, धातु एवं बैंकिंग शेयरांे में मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट आई और यह पिछले सत्र में हासिल दो माह के उच्चस्तर से नीचे आ गया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 147 अंक चढ़कर 27,618.14 अंक तक पहुंच गया था, पर यह तेजी बरकार नहीं रह सकी और बाजार एक समय 27,318.20 अंक नीचे पहुंच गया था। आखिर में सेंसेक्स 108.85 अंक या 0.40 प्रतिशत के नुकसान से 27,361.96 अंक पर बंद हुआ। पिछले सत्र में सेंसेक्स 183.15 अंक के लाभ के साथ दो माह के उच्चस्तर 27,470.81 अंक पर पहुंच गया था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8,300 अंक के स्तर को पार कर 8,336.30 अंक तक गया। अंत में मुनाफावसूली से यह 34.90 अंक या 0.42 प्रतिशत के नुकसान से 8,260.55 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में 15 नुकसान में रहे। एनटीपीसी के शेयर मूल्य में बदलाव नहीं हुआ। कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 18 पैसे के नुकसान से 65.01 प्रति डॉलर पर आ गया। इससे भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।