रूस ने पहली बार भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 50 करोड़ डॉलर की राशि के निवेश पर सहमति जताई है. इसके साथ ही वह एक अरब की राशि वाले 'रूस भारत निवेश कोष' की स्थापना के लिए लगभग इतनी ही राशि नवगठित नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंड फंड (NIIF) में भी निवेश करेगा.
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी किरील दिमित्रेव ने बताया कि इस संयुक्त कोष में 'रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष' (आरडीआईएफ) 50 करोड़ डॉलर निवेश करेगा, जो 'भारत में रूसी कारोबारी गतिविधि के लिए आकर्षक निवेश के अवसरों और विकास' का समर्थन करेगा.
दिमित्रेव ने बातचीत में कहा, 'रूसी कलपुर्जों सहित इस धन का निवेश बुनियादी ढांचा परियोजना में किया जाएगा. हम ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल, परिवहन बुनियादी ढांचा और विभिन्न परियोजनाओं को लेकर आशान्वित हैं, जहां हमारी कंपनियां भारत में कदम रख सकती हैं.'
कोष को शुरू करने के मकसद से यह समझौता नवगठित एनआईआईएफ के लिए अपनी तरह की पहली ऐसी साझेदारी है और आज से गोवा में शुरू हो रहे दो दिवसीय आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष इस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
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