शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले सात पैसे मजबूत होकर 68.13 के स्तर पर रहा. इसके पीछे मुख्य वजह लगातार पांचवे दिन निर्यातकों और बैंकों की ओर से डॉलर की बिकवाली में बढ़ोतरी करना है.
घरेलू शेयर बाजारों के ऊंचे स्तर पर खुलने से भी रुपये में तेजी का रुख रहा लेकिन जनमत संग्रह में भारी हार के बाद इटली के प्रधानमंत्री मेटियो रेंजी के इस्तीफ से यूरो के 20 महीने के निचले स्तर पर चले जाने के चलते रुपये में तेजी सीमित रही.
शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे सुधरकर 68.20 पर बंद हुआ था. यह एक हफ्ते से अधिक की अवधि में सबसे ऊंचा स्तर था. इसके अलावा रिजर्व बैंक के सात दिसंबर को मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से भी रुपये में यह वृद्धि देखी जा रही है. इसी बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 42.63 अंक यानी 0.16 प्रतिशत चढ़कर 26273.29 पर खुला.