भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ाकर रुपये में गिरावट पर अंकुश लगाने के लिए निर्यात आय को ऑनलाइन स्वदेश भेजने की सीमा बढ़ाकर तीन गुना से अधिक 10,000 डॉलर कर दी है। इसके साथ विशेष आर्थिक क्षेत्रों (सेज) के लिए निर्यात का पूरा मूल्य 12 महीने में वापस भेजने को अनिवार्य कर दिया है।
रिजर्व बैंक की यह घोषणा ऐसे समय आई है जबकि रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 58.98 प्रति डॉलर पर आ गया है। पिछले दो दिन में डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 3.5 प्रतिशत घटा है। 30 अप्रैल से रुपये में आठ प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, ऑनलाइन माध्यम से भेजी जाने वाली निर्यात आय को प्रति सौदा 3,000 डॉलर से बढ़ाकर 10,000 डॉलर करने का फैसला किया गया है। रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही सेज इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे अपनी समूची निर्यात आमदनी 12 महीने में स्वदेश भेजें।