जाने-माने उद्योगपति और टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने मंगलवार को कायाकल्प परिषद की दूसरी बैठक में पिछले कुछ दिनों में घटी रेल दुर्घटनाओं और इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे की कार्ययोजना का विवरण मांगा।
रेलवे बोर्ड में दो घंटे तक चली बैठक में रेलवे से आंध्र प्रदेश में सोमवार को घटे ट्रेन हादसे के मद्देनजर दुर्घटनाओं का डाटा तैयार करने को कहा गया, जिस पर 11 सितंबर को कायाकल्प परिषद की अगली बैठक में विचार-विमर्श किया जाएगा। सोमवार को आंध्र प्रदेश में रेल हादसे में छह लोगों की जान चली गई।
कायाकल्प के एक सदस्य के अनुसार रतन टाटा ने जानना चाहा कि क्या लेवल क्रॉसिंग (एलसी) पर हूटर प्रणाली लगाई जा रही हैं, जिससे सड़क यात्रियों को आगाह किया जा सके।
जब उन्हें बताया गया कि कुछ एलसी फाटकों पर हूटर प्रणाली है, तो उन्होंने हाल ही में घटी दुर्घटनाओं पर पूरा ब्योरा मांगा, जिसमें दुर्घटनाओं का प्रकार, हताहत लोगों की जानकारी और अन्य नुकसान शामिल हैं। टाटा ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी पूछा। टाटा ने परिषद में शामिल दो यूनियनों से भी अगली बैठक में ग्राहकों की संतुष्टि तथा कर्मचारियों के फायदे पर सुझाव देने को कहा।
योजना आयोग द्वारा तैयार राष्ट्रीय परिवहन नीति का उल्लेख करते हुए टाटा ने पूछा कि इसमें तय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रेलवे की क्या योजना है। बैठक में चीन, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे अन्य देशों की रेल से जुड़े आंकड़े भी प्रस्तुत किए गए, ताकि भारतीय रेलवे के लिए लक्ष्य निर्धारित किये जा सकें।
रेलवे नेटवर्क के सुधार, बेहतरी और बदलाव के लिहाज से नए तरीकों और प्रक्रियाओं को सुझाने के लिए कायाकल्प परिषद का गठन किया गया था। कायाकल्प परिषद के सदस्यों में रेलवे के दो वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन के महासचिव एम राघवैया तथा ऑल-इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के महासचिव शिवगोपाल मिश्रा भी सदस्य हैं।