रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को लोकसभा में रेल बजट पेश करते हुए यात्री किराये में किसी तरह की वृद्धि न करते हुए इस दौरान यात्रियों की जरूरत और रेल संपर्क के दीर्घकालिक हितों में संतुलन बिठाने का वादा किया।
प्रभु ने कहा, "यात्री किराये में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी। हम साफ-सफाई सहित यात्रियों की सुविधाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेंगे।"
रेल मंत्री ने कहा, "पिछले कुछ दशकों में रेल सुविधाओं में संतोषजनक सुधार नहीं हुआ है, जिसकी वजह उचित निवेश न होना है। इससे रेलवे की क्षमता प्रभावित हुई है और मनोबल कम हुआ है।" उन्होंने कहा कि वित्तीय कमी के कारण सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण सेवा, उच्च मानक और कुशलता प्रभावित हुई है।
प्रभु ने कहा, "इसे समाप्त करना होगा। हमें भारतीय रेल को सुरक्षा और आधारभूत संरचना के लिहाज से प्रमुख संस्था बनाना होगा।" रेल मंत्री ने इससे पहले रेल बजट के संबंध में सदन में श्वेत पत्र पेश किया। उन्होंने भारतीय रेलवे में बदलाव के लिए चार लक्ष्य तय किए- यात्रियों के अनुभव में सुधार, सुरक्षित यात्रा, आधुनिक आधारभूत संरचना और वित्तीय आत्म वहनीयता। प्रभु ने कहा, "हम साफ-सफाई के लिए एक अलग विभाग का गठन करेंगे।"