ADVERTISEMENT

"अब 'मुख्य आर्थिक ज्योतिषी' नियुक्त कर लें"- चिदंबरम का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज

निर्मला सीतारमण ने नासा की नयी अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा ब्रह्मांड का अब तक का सबसे गहरा रूप प्रस्तुत किये जाने से जुड़े कुछ ट्वीट रीट्वीट किये थे. इसी को लेकर चिदंबरम ने उन पर कटाक्ष किया.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी01:18 PM IST, 14 Jul 2022NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अब एक 'चीफ इकनॉमिक एस्ट्रोलॉजर' (मुख्य आर्थिक ज्योतिषी) की नियुक्ति कर लेनी चाहिए. निर्मला सीतारमण ने नासा की नयी अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा ब्रह्मांड का अब तक का सबसे गहरा रूप प्रस्तुत किये जाने से जुड़े कुछ ट्वीट रीट्वीट किये थे. इसी को लेकर चिदंबरम ने उन पर कटाक्ष किया. पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट किया, 'हम इस बात से हैरान नहीं हैं कि वित्त मंत्री ने उस दिन बृहस्पति, प्लूटो और अरुण ग्रहों की तस्वीरें ट्वीट कीं जब मुद्रास्फीति 7.1 प्रतिशत और बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत दर्ज की गयी.'

चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा, 'अपने खुद के कौशल और अपने आर्थिक सलाहकारों के हुनर में उम्मीद खो देने के बाद वित्त मंत्री ने ग्रहों का आह्वान किया है कि वे अर्थव्यवस्था को बचाएं.'

उन्होंने कहा, 'इसकी शुरुआत करने के लिये उन्होंने एक नए सीईए यानी चीफ इकोनॉमिक एस्ट्रोलॉजर (मुख्य आर्थिक ज्योतिषी) की नियुक्ति करनी चाहिए.'

वित्त मंत्री सीतारमण ने नासा वेब टेलीस्कोप की उन तस्वीरों वाले ट्वीट शेयर किए थे, जिसमें ब्रह्मांड की कुछ अनदेखी तस्वीरें सामने आई हैं.

चिदंबरम ने हाल ही में अर्थव्यवस्था की हालत को लेकर सरकार पर हमले किए थे. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘2022-23 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.4 प्रतिशत तय करने के कुछ महीनों के भीतर ही सरकार पीछे हट रही है. अब सरकार कह रही है कि वह राजकोषीय घाटे को 6.7 प्रतिशत पर रखने का प्रयास करेगी. राजकोषीय घाटे का यही स्तर 2021-22 में भी था.''

पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने यह भी कहा, ‘उच्च राजकोषीय घाटा, उच्च महंगाई, विदेशी पूंजी का बड़े पैमाने पर बाहर जाना, रुपये की कीमत गिरना, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट.... वे इसको लेकर क्या करेंगे? क्या भारतीय अर्थव्यवस्था की यह शानदार स्थिति है?'

NDTV Profit हिंदी
लेखकNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT