खाली खजाने वाले बयान को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और बीजेपी तथा एनडीए से कहा कि वे चुनाव प्रचार अभियान और राजनीतिक बयानबाजी वाली मनोदशा से बाहर आएं।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को यूपीए सरकार के कार्यकाल में देश की आथिक सेहत के बारे में मोदी के बयान का बिंदुवार खंडन करते हुए केंद्र सरकार की नकदी शेष, विदेशी मुद्रा भंडार और बकाया देनदारियों का हवाला दिया और कई सवाल खड़े किए। उन्होंने सवाल कि किया पीछे कुछ नहीं छोड़ा वाले बयान से प्रधानमंत्री का क्या आशय था।
कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, 1 जून 2004, को जब एनडीए सरकार ने सत्ता छोड़ी, तो शुरुआती नकदी शेष नकारात्मक 2730 करोड़ रुपये था। जबकि 1 जून, 2014 को यूपीए द्वारा कार्यालय छोड़े जाने के समय शुरुआती नकदी शेष 26510 करोड़ रुपये था।
चिदंबरम ने कहा, हम खाली खजाने वाले सिद्धांत में विश्वास नहीं करते, लेकिन तर्क-वितर्क के लिए हम जानना चाहेंगे कि अपने पीछे खाली खजाना किसने छोड़ा। महंगाई को लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार का एक प्रमुख कारण मानते हुए पार्टी के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि नई सरकार को भी जल्द ही एहसास हो जाएगा कि किसी भी सरकार के लिए सभी कारकों को वश में रखना संभव नहीं है।