नोटबंदी को लेकर गृह मंत्रालय में जो ख़बरें राज्यों से आ रही हैं, उन्हें लेकर मंत्रालय में खलबली मची हुई है. आंकलन है कि अगर एक हफ़्ते में हालत सुधरे नहीं तो इसका असर क़ानून व्यवस्था पर होगा.
सबसे बड़ी चिंता नोटों की सर्कुलेशन को लेकर है. केंद्र सरकार ने बेशक से ऐलान कर दिया हो कि 500 रुपए का नोट मार्केट में आ चुका है लेकिन असलियत ये है कि उसकी छपाई इतनी नहीं हुई है कि वह सर्कुलेशन में दिखाई दे. डिमांड और सप्लाई के बीच में फ़र्क़ हर रोज़ गेहरा होता जा रहा है और यह बात केन्द्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कही गई है.
बैंकों के बाहर क़तारें कम नहीं हो रही हैं बल्कि बल्कि बढ़ रही हैं. शहरों में कई ATM काम नहीं कर रहे जिसके चलते लोगों तक पैसा नहीं पहुंच रहा. मंत्रालय का मानना है कि इसका असर धीरे धीरे अब क़ानून व्यवस्था पर पड़ रहा है.
एनडीटीवी इंडिया को मिली हुई जानकारी के मुताबिक़, गृह मंत्रालय तक जो राज्यों से रिपोर्ट आयी है उसके मुताबिक, लोग छोटे डिनॉमिनेशन के रुपए ख़र्च नहीं कर रहे. इसीलिए जमाखोरी बढ़ रही है और 100 रुपए का नोट सर्कुलेशन में नहीं आ पा रहा. ऐसे में अभी हालात सामान्य होने में एक हफ़्ता लगेगा. सबसे ज़्यादा दिक़्क़त उत्तर पूर्व के राज्यों में बिहार और उत्तर प्रदेश के इलाक़ों में हो रही है.