एशिया के सबसे अमीर शख्स और भारतीय अरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी का उनके छोटे भाई अनिल अंबानी के साथ सालों तक विरासत में मिले बिजनेस को लेकर लड़ाई चली थी. पिता धीरूभाई अंबानी के 2002 में अचानक स्वर्गवास हो जाने के बाद से मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी में बहुत दिनों तक नहीं निभ पाई थी और कंपनी के फैसलों के बीच में सहमति नहीं बन पाने के चलते कुछ सालों बाद दोनों अलग हो गए थे. दरअसल, धीरूभाई अंबानी ने अपने निधन तक कोई वसीयत नहीं तैयार की थी, जिसके चलते रिलायंस को आगे जाकर दो हिस्सों में बंटना पड़ा.
जहां, मुकेश अंबानी आने वाले दशक में एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए और अपनी कॉन्गलोमरेट कंपनी Reliance Industries को अप्रत्याशित विस्तार दिया, वहीं Reliance Group के चेयरमैन अनिल अंबानी भी अपनी कंपनी का विस्तार करने में कामयाब रहे, ये दूसरी बात है कि वो कई विवादों और कानूनी समस्याओं में भी फंसे रहे.
अब धीरे-धीरे वक्त आ रहा है कि मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी भी अपनी विरासत को अपने बच्चों को सौंप दें. मुकेश अंबानी के बच्चे ईशा अंबानी, आकाश और अनंत अंबानी को पिछले कुछ सालों से फोरफ्रंट पर रखा भी जाने लगा है. पिछले साल से ही ईशा और आकाश ने कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग में कंपनी को संबोधित किया था. कंपनी की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से ये साफ कर दिया गया था कि Reliance Jio के नेतृत्व में ईशा और आकाश अहम भूमिका निभा सकते हैं.
चूंकि मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर शख्स हैं और उनकी कंपनी रिलायंस सबसे ज्यादा वैल्युशएन वाली कंपनी है, ऐसे में उनके सक्सेशन पर कई देशों और कंपनियों की नजर है. मुकेश अंबानी उत्तराधिकार की लड़ाई लड़ चुके हैं, ऐसे में यह विषय दिलचस्प है कि वो अब अपने अधिकार का उपयोग कैसे करेंगे और उत्तराधिकार पर क्या प्लान तैयार करेंगे. जानकारी है कि मुकेश अंबानी अपने 208 बिलियन डॉलर के साम्राज्य के लिए अगले चरण का ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे हैं.
Bloomberg की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुकेश अंबानी सालों से दुनिया भर के अरबपति परिवारों के सक्सेशन से सबक लेना चाहते हैं और ऐसा फैसला लेना चाहते हैं, जो सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े. इस रिपोर्ट में मामले की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों के हवाले से कहा गया है कि अंबानी अपने परिवार की होल्डिंग को एक ट्रस्ट जैसी व्यवस्था में रखने पर विचार कर रहे हैं और इसी ट्रस्ट से रिलायंस इंडस्ट्रीज़ पर नियंत्रण रखा जाएगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी और उनके तीनों बच्चों के पास इस ट्रस्ट जैसी संस्था में हिस्सेदारी रहेगी और चारों इसके बोर्ड में रहेंगे, लेकिन इसमें बाहरी भागीदारों और प्रोफेशनल्स पर अहम जिम्मेदारी होगी. वो ही भारत की इस सबसे बड़ी कंपनी का डेली ऑपरेशन देखेंगे.
अगर मुकेश अंबानी ऐसा करते हैं तो हमारे वक्त में इतनी बड़ी कंपनी का ऐसा सक्सेशन दुर्लभ होगा. देखना होगा कि मुकेश अंबानी आगे चलकर क्या कोई मिसाल कायम करते हैं या नहीं.
Video : सिटी सेंटर - मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के आसपास सुरक्षा बढ़ी