संकटग्रस्त विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के पांच खड़े विमानों में से चार विमानों को अमेरिकी कंपनी आईएलएफसी ने वापस ले लिया है जबकि एक विमान सेवाकर विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया है।
इस बीच, इस संकट ग्रस्त एयरलाइंस ने कहा कि वह खाड़ी स्थित एतिहाद एयरवेज सहित विभिन्न निवेशकों के साथ इक्विटी साझीदारी के लिए बातचीत कर रही है लेकिन कंपनी ने इनमें से किसी के साथ भी किसी सौदे से इनकार किया है।
कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि कंपनी इक्विटी निवेश के लिए एतिहाद एयरवेज सहित विभिन्न निवेशकों के साथ चर्चा में है।’ ‘हालांकि, न तो एतिहाद और न ही किसी अन्य विमानन कंपनी के साथ कोई समझौता हुआ है और मामला महज बातचीत के स्तर पर है।’
मीडिया के एक वर्ग में मंगलवार को कहा गया कि किंगफिशर एयरलाइंस 48 प्रतिशत हिस्सेदारी 3,000 करोड़ रुपये में बेचने के लिए एतिहाद के साथ समझौता करने की तैयारी में है। इस खबर से कंपनी का शेयर 5 प्रतिशत उछलकर 15.67 रुपये पर बंद हुआ।
इस बीच, किंगफिशर को पट्टे पर विमान देने वाली कंपनी इंटरनेशनल लीज फाइनेंस कारपोरेशन (आईएलएफसी) ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की। किंगफिशर की ओर से भी टिप्पणी करने से मना कर दिया गया।