
अमेरिकी सरकार बैंकिंग संकट से उभरे अविश्वास को कम करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. ताजा ऐलान अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन की तरफ से आया है. उन्होंने कहा है कि वो अगर छोटे बैंकों पर कोई आंच आई तो डिपॉजिटर्स के हितों के लिए वो हर मदद देंगी, जैसा कि उन्होंने दो बैंकों के डूबने पर दिया है.
'जरूरत पड़ी तो छोटे बैंकों को भी बचाएंगे'
येलेन ने वॉशिंगटन में एक अमेरिकन बैंकर्स एसोसिएशन सम्मेलन में कहा, 'अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली की रक्षा के लिए हमारा दखल जरूरी था, और इसी तरह के कदम उठाए जा सकते हैं, अगर छोटे संस्थानों में भी डिपॉडिट को लेकर कोई संकट खड़ा होता है'
जैनेट येलेन ने साफ किया कि अमेरिकी सरकार वित्तीय स्थिरता के जोखिमों को कम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. लोगों को हमारे बैंकिंग सिस्टम पर पूरा भरोसा होना चाहिए.'
भरोसा बढ़ाने के लिए उठाए कई कदम
सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के डूबने के बाद, अमेरिकी सरकार ने भरोसे को वापस बढ़ाने के लिए इस महीने की शुरुआत में कई असाधारण कदम उठाए.रेगुलेटर्स ने दो इन दोनों बैंकों में बीमा और गैर-बीमा डिपॉजिट पर गारंटी दी. यानी जिनका भी पैसा इन बैंकों में है, वो उन्हें मिलेगा, डूबेगा नहीं. इसके अलावा फेडरल रिजर्व ने बैंकों के लिए एक नया बैकस्टॉप भी लॉन्च किया और अपनी इमरजेंसी लोन फैसिलिटी के नियमों को भी बदल दिया, जिसे डिस्काउंट विंडो कहते हैं, जिससे- डिपॉजिट्स निकालने में किसी तरह की दिक्कत न आए.
क्या इंश्योरेंस स्कीम का विस्तार होगा?
मिड साइज बैंकों के गठबंधन ने सभी डिपॉजिट्स को कवर करने के लिए फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम को आगे बढ़ाने की मांग की है, लेकिन जैनेट येलेन ने इस मामले पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, ब्लूमबर्ग ने खबर दी थी कि अमेरिकी सरकार इस बात को समझने में लगी है कि क्या इस कवरेज को अस्थायी रूप से विस्तार दे सकते हैं.
जैनेट येलेन अमेरिकी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा कि ये कदम काफी तेज और जरूरी थे. उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार लोगों का बैंकिंग सिस्टम में भरोसा मजबूत करना चाहती है और अमेरिकी इकोनॉमी को सुरक्षित करना चाहती है.
येलेन ने यह भी कहा कि सरकार बड़े फाइनेंशियल सिस्टम में छोटे और मध्यम आकार के बैंकों की भूमिका को बनाए रखने की उम्मीद करती है. येलेन ने कहा कि 'बड़े बैंक हमारी अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन ये ही काम छोटे और मध्यम आकार के बैंक भी करते हैं.'
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