चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त की पांच माह की अवधि में अप्रत्यक्ष कर संग्रह एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 27.5 प्रतिशत बढ़कर 3.36 लाख करोड़ रुपये रहा. उत्पाद शुल्क में उछाल के चलते यह ऊंची वृद्धि हुई है.
अगस्त तक की वसूली वार्षिक लक्ष्य की 43.2 प्रतिशत है. केंद्र के अप्रत्यक्ष करों में मुख्यत: केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवाकर और सीमा शुल्क शामिल हैं. ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान उत्पाद शुल्क का शुद्ध संग्रह 48.8 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ 1.53 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह वसूली 1.03 लाख करोड़ रुपये थी.
इसी तरह इस दौरान सेवाकर की शुद्ध प्राप्ति 23.2 प्रतिशत वृद्धि के साथ 92,696 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 75,219 करोड़ रुपये थी. अप्रैल से अगस्त के दौरान सीमा शुल्क शुद्ध प्राप्ति एक साल पहले के 85,557 करोड़ रुपये की तुलना में 90,448 करोड़ रुपये रही. यह 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
सरकार को उम्मीद है कि अगले मार्च में समाप्त होने वाले इस वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर वसूली क्रमश: 8.47 लाख करोड़ रुपये अैर 7.79 लाख करोड़ रुपये रहेगी.
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