वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की 'जटिलताओं' को लेकर अखिल भारतीय व्यापारी महासंघ (कैट) की चिंताओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि प्रस्तावित कराधान प्रणाली से विभिन्न करों के जाल और व्यापारिक समुदाय के 'कष्टों' का अंत होगा।
कैट का एक प्रतिनिधि मंडल इसके महासचिव प्रवीण खंडेलवाल की अगुवाई में शनिवार को वित्त मंत्री जेटली से मिला था। इसने प्रस्तावित जीएसटी पर अपनी आपत्तियों और इसकी जटिलताओं के बारे में जेटली को अवगत कराया था।
खंडेलवाल ने कहा, 'वित्त मंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रस्तावित जीएसटी से कराधान प्रणाली सरल होगी और मौजूदा कराधान प्रणाली के कारण व्यापारिक समुदाय के सामने आ रही दिक्कतें समाप्त होंगी।' इसके साथ ही जेटली ने यह वादा भी किया कि उत्पादन से वितरण तक विभिन्न चरणों में लगने वाले अलग-अलग करों के जाल को भी यह जीएसटी समाप्त कर देगा।
इसी सप्ताह कैट ने प्रस्तावित जीएसटी का विरोध करते हुए सरकार को सलाह दी थी कि मौजूदा स्वरूप में जीएसटी व्यापारियों के लिए बेहद जटिल है।