आजकल टेस्ला कंपनी के प्रमुख एलन मस्क चीन के दौरे पर हैं. अपने दौरे में मस्क ने चीन के विकास की गति और संभावनाओं की जमकर तारीफ की है. वहीं, बीजिंग ने कहा कि चीन की यात्रा के दौरान मस्क ने कई सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की है और कहा है कि वे चीन में अपना कारोबार बढ़ाएंगे. दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति एलन मस्क तीन वर्षों में चीन की अपनी पहली यात्रा पर हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक के बाद एक मंत्रालय के बयान के मुताबिक, एलन मस्क ने बुधवार को बीजिंग में वाणिज्य मंत्री वांग वेंताओ से मुलाकात की है. साथ ही उन्होंने "चीन के विकास की गति और क्षमता" की प्रशंसा की है.
मस्क ने "चीन के बाजार में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया, और पारस्परिक रूप से एक दूसरे के सहयोग को और गहरा करने के लिए सहमति जताई."
चीन का समर्थन और गारंटी शानदार
जारी बयान के अनुसार, एलन मस्क ने यह भी कहा कि "चीन-अमेरिका संबंध कोई साधारण खेल नहीं है", और एलन मस्क ने चीन को "कोविड -19 महामारी के दौरान टेस्ला के शंघाई कारखाने के लिए प्रदान किए गए समर्थन और गारंटी" के लिए धन्यवाद भी दिया. बता दें कि इस दौरान सख्त लॉकडाउन लागू किया गया था.
कारोबार का विस्तार करेंगे
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, मस्क के देश में व्यापक व्यापारिक हित हैं और उन्होंने मंगलवार को विदेश मंत्री किन गैंग से कहा कि उनकी फर्म "चीन में अपने कारोबार का विस्तार जारी रखने की इच्छुक है."
बता दें कि एलन मस्क की टीम से, न टेस्ला की ओर से यात्रा पर कोई बयान जारी नहीं किया है और न ही टिप्पणी के लिए मीडिया के अनुरोधों का जवाब दिया गया है.
नए ऊर्जा वाहनों और इंटेलिजेंस कनेक्टेड वाहनों पर जोर
उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नए ऊर्जा वाहनों और इंटेलिजेंस कनेक्टेड वाहनों के विकास पर चर्चा करने के लिए मस्क ने बुधवार को बीजिंग में उद्योग मंत्री जिन झुआंग्लोंग से भी मुलाकात की.
बुधवार शाम बिजनेस टाइकून एलन मस्क को बीजिंग के कैपिटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अपने निजी विमान में सवार होते देखा गया.
शंघाई में फैक्ट्री का दौरा
सूत्रों का हवाला देते हुए, ब्लूमबर्ग ने बताया कि उनकी शंघाई में अपनी फैक्ट्री का दौरा करने की उम्मीद है, और माना जा रहा है कि इस दौरान चीनी के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात भी करेंगे.
चीन दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन बाजार है और टेस्ला ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वह 2019 में अपनी गीगाफैक्ट्री के बाद शंघाई में दूसरी बड़ी फैक्ट्री का निर्माण करेगी.
बाइडन उठा चुके हैं सवाल
चीन के साथ एलन मस्क के व्यापक व्यापारिक संबंधों ने वाशिंगटन में भौहें टेड़ी कर दी है. बता दें कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने नवंबर में कहा कि विदेशी देशों के लिए कार्यकारी के लिंक जांच के "योग्य" हैं.
उन्होंने ताइवान के स्व-शासित द्वीप को चीन का हिस्सा बनने का सुझाव देकर भी विवाद पैदा किया था. यह एक ऐसा रुख था जिसका चीनी अधिकारियों ने तो स्वागत किया लेकिन जिसने ताइपे को बहुत नाराज किया.
एलन मस्क उन कई पश्चिमी अधिकारियों में से एक हैं जिन्होंने चीन का दौरा किया हैं. यह दौरा चीन के सख्त कोविड नियंत्रणों के समाप्त करने के बाद हुआ है. कोविड ने लगभग तीन वर्षों तक दुनिया को काफी हद तक बंद कर दिया था.
मार्च में Apple के सीईओ टिम कुक ने बीजिंग का दौरा किया. उन्होंने भी यह कहा था कि चीन के साथ उनके संबंध काफी सहज हैं. उसी महीने, फार्मास्युटिकल दिग्गज फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोरला ने भी चीन की राजधानी का दौरा किया था.