CBI ने ICICI Bank की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति को किया गिरफ्तार, आज विशेष अदालत में होगी पेशी

Videocon Loan Fraud Case: ऐसा आरोप है कि वीडियोकॉन के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत ने 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज मिलने के बाद कथित तौर पर नूपावर में करोड़ों रुपये का निवेश किया है.

CBI ने ICICI Bank की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति को किया गिरफ्तार, आज विशेष अदालत में होगी पेशी

Videocon Loan Fraud Case: सीबीआई लोन फ्रॉड मामले में चंदा और दीपक कोचर से पूछताछ करने के लिए अदालत से उनकी पुलिस हिरासत की मांग करेगी.

Videocon Loan Fraud Case: आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले (ICICI Bank Fraud Case) में सीबीआई (CBI) ने बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर (Chanda Kochhar) और उनके पति दीपक कोचर (Deepak Kochhar) को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने शुक्रवार को इन दोनों को 2012 में वीडियोकॉन समूह को बैंक द्वारा स्वीकृत ऋण में कथित धोखाधड़ी और अनियमितताओं के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया था. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि वे जवाब देने में टालमटोल कर रहे थे और जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. जिसके बाद पति-पत्नी को हिरासत में ले लिया गया. एजेंसी के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है.

एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक, आज यानी शनिवार को दोनों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई लोन फ्रॉड (Loan Fraud) मामले में चंदा और दीपक कोचर से पूछताछ करने के लिए अदालत से उनकी पुलिस हिरासत की मांग करेगी. उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारियों का एक दल शनिवार सुबह दोनों को विमान से दिल्ली से मुंबई ले गया है.

सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी द्वारा इस मामले में जल्द ही पहला आरोप पत्र दाखिल किए जाने की संभावना है, जिसमें वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत के साथ कोचर दंपत्ति को भी नामजद किया जा सकता है. सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत के साथ-साथ नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी में आरोपी के रूप में दर्ज किया था. 

सीबीआई ने 2019 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद  एक बयान में कहा था कि आरोपियों ने आईसीआईसीआई बैंक को धोखा देने के लिए आपराधिक साजिश में निजी कंपनियों को कुछ ऋण मंजूर किए थे. ऐसा आरोप है कि वीडियोकॉन के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत ने 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज मिलने के बाद कथित तौर पर नूपावर में करोड़ों रुपये का निवेश किया है.

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