दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में आज बस, टैक्सी और ऑटो नहीं चलेंगे। दरअसल, ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन ने आज बंद बुलाया है। यह विरोध-प्रदर्शन नए मोटर बिल के खिलाफ किया जा रहा है।
बंद का असर इन शहरों में
दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता और चेन्नई जैसे मेट्रो शहरों में बंद का असर देखने को मिलेगा। स्कूल और कॉलेज की बसें भी इस बंद का समर्थन कर रही हैं।
क्यों हो रहा है विरोध
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और सुरक्षा बिल के विरोध में यह बंद बुलाया गया है। इस बिल में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर भारी जुर्माना और सजा देने की बता कही गई है। यूनियनों के महासचिव राजेन्द्र सोनी ने कहा , विधेयक में छोटे से यातायात उल्लंघन के लिए भारी जुर्माने का प्रावधान है। यहां तक कि लाल बत्ती पार करने पर भी, यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन राज्य सरकार से मांग करेगी कि वाहनों में जीपीएस लगाने के लिए 2700 रुपया वार्षिक शुल्क दिया जाए।
गडकरी की बंद वापस बुलाने की अपील
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यों के वाहन परिचालकों (ट्रांसपोर्टरों) से हड़ताल वापस लेने की अपील की। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों की चिंताएं अपरिपक्व हैं और उन्हें आश्वस्त किया है कि कोई भी फैसला व्यापक विचार-विमर्श के बाद ही किया जाएगा।
(इनपुट्स एजेंसी से भी)