सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अदाणी ग्रुप ने रिटेल निवेशकों का भरोसा बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. एक्सपर्ट कमिटी ने कहा कि अदाणी ग्रुप के शेयरों में रिटेल निवेश 24 जनवरी के बाद कई गुना बढ़ गया है.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अदाणी ग्रुप की ओर से उठाए गए कदमों से विश्वास पैदा करने में मदद मिली और शेयरों के भाव अब स्थिर हैं. कमेटी ने कहा कि अदाणी ग्रुप ने अपने कर्जों को कम किया, एक निजी इक्विटी निवेशक की ओर से करीब $2 बिलियन के निवेश के जरिए अदाणी के शेयरों में नया निवेश किया गया, इस कदम ने शेयरों में विश्वास पैदा किया.
अदाणी ग्रुप ने ऐसे कम किया कर्ज
इसके अलावा अदाणी ग्रुप ने कई अंतरराष्ट्रीय बैंकों और भारतीय वित्तीय संस्थानों को अप्रैल 2025 में मैच्योरिटी से पहले 7,374 करोड़ रुपये के शेयर-बैक्ड फाइनेंसिंग का भी भुगतान किया है. इसकी वजह से ग्रुप की चार कंपनियों - अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में प्रमोटर के गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाया गया.
31 मार्च को 3.91 लाख करोड़ रुपये की सकल संपत्ति (Gross assets) के मुकाबले ग्रुप पर कर्ज 2.27 लाख करोड़ रुपये है. कर्जों का लगातार भुगतान करने से अदाणी ग्रुप को अपने कर्जों को कम करने में मदद मिली है. इसका नेट डेट-टू-एबिटा रेश्यो (Net Debt-To-EBITDA Ratio) FY13 के 7.6x से कम होकर FY23 में 3.2x पर आ गया है.
अदाणी ग्रुप पर भरोसा
इंटरनेशनल और घरेलू रेटिंग एजेंसियों ने उच्च गुणवत्ता वाली अंडरलाइंग क्रेडिट क्वालिटी को दर्शाते हुए पूरे पोर्टफोलियो में रेटिंग का समर्थन किया.
अदाणी ग्रुप ने पूंजी के अन्य स्रोतों का इस्तेमाल करके बैंकों के लिए अपने एक्सपोजर को कम किया और लॉन्ग टर्म डेट पोर्टफोलियो को लगातार डायवर्सिफाई किया.
MUFG, SMBC, MIZUHO, स्टैंडर्ड चार्टर्ड, बार्कलेज और DB और कंसोर्शियम कर्जदाता बैंकों समेत ज्यादातर ग्लोबल बैंकों ने अदाणी ग्रुप में अपना भरोसा जताया.
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