जीनत अमान और शशि कपूर की फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम एक यादगार मूवी है. जिसके गाने और स्टोरी भी बेहद कमाल की थी. इस फिल्म में जीनत अमान ने अपनी एक्टिंग और अपने लुक्स दोनों से फैन्स को काफी एंप्रेस किया और एक खास पहचान बनाई. लेकिन ये रोल हासिल करना जीनत अमान के लिए आसान नहीं था. खास तौर से तब जब उन्हें ये पता चल चुका था कि खुद राज कपूर उन्हें उस रोल में इमेजिन नहीं कर सकते. तब वो रोल पाना उनके लिए किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं था. लेकिन जीनत अमान ने भी एक जुगत लगाई और वो कामयाब भी रही. जिसके बाद खुद राज कपूर ने उन्हें न सिर्फ वो रोल दिया बल्कि वो लुक्स भी दिए.
ये कहानी एक ऐसी युवती की थी जिसकी आवाज में बहुत मिठास होती है लेकिन उसके चेहरे पर जले हुए का निशान होता है. फिल्म का हीरो आवाज सुनकर तो उस युवती का दीवाना हो जाता है. लेकिन उसका चेहरा देखकर उस से प्यार नहीं कर पाता. जीनत अमान को राज कपूर से ये कहानी सुनकर उस किरदार के प्रति दीवानगी बढ़ गई थी. लेकिन वो जानती थी कि जिस तरह कि उनकी इमेज है, उसके चलते शायद राज कपूर उन्हें इस तरह इमेजिन नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने लिखा कि मैं जानती थी कि मेरी मॉर्डन डे इमेज जो मिनी स्कर्ट और बूट्स से कंप्लीट होती है वो असल में रोड़ा बन रही है. लेकिन उन्होंने भी ठान लिया था कि वो इमेज बदल कर रहेंगी.
जीनत अमान ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. जिसमें उन्होंने सत्यम शिवम सुंदरम से जुड़ी ये दिलचस्प कहानी शेयर की है. हालांकि ये कहानी कुछ अलग अलग पोस्ट में वो सुनाएंगी लेकिन अभी एक हिस्सा तो बता ही चुकी हैं. इस कहानी के मुताबिक ये साल 1976 की बात है जब जीनत अमान और शशि कपूर फिल्म वकील बाबू की शूटिंग कर रहे थे. इस फिल्म में राज कपूर टाइटल रोल में थे जबकि शशि कपूर और वो खुद लीड रोल्स में थीं. दोनों एक दूसरे का लव इंटरेस्ट बने हुए थे. इस बीच जब भी शूटिंग से समय मिलता था या सेट चेंज होते तो वो तीनों एक साथ समय बिताते थे. जीनत अमान लिखती हैं कि राज कपूर अपने काम को लेकर काफी संजीदा थे और अपनी कहानियां डिस्कस करते रहते थे. इसी दौरान उन्होंने एक कहानी सुनाई.
जीनत अमान जानती थीं कि राज कपूर अपना समय द कॉटेज नाम की जगह पर बिताते हैं. जो असल में आर के स्टूडियो में ही एक मीटिंग की एक जगह है. उन्होंने तय किया कि वो नए गेटअप में राज कपूर से वहीं मिलने पहुंचेंगी. एक शाम उन्होंने खुद को रूपा के किरदार में ढालने की पूरी कोशिश की. उन्होंने एक घाघरा चोली पहनी, बालों में परांदा लगाकर चोटी बनाई. चेहरे पर ग्लू की मदद से टिशू पेपर चिपकाए जो चोट का लुक दें. इस अंदाज में वो द कॉटेज पहुंची. उन्हें गेट पर जॉन नाम का शख्स मिला जो राज कपूर का खास आदमी था. जीनत अमान ने लिखा कि उस आदमी में अजीब सी नजरों से मुझे देखा. जिसके बदले जीनत अमान ने कहा कि साबजी से कहो कि रूपा आई हैं. फिलहाल जीनत अमान ने इस कहानी का इतना ही हिस्सा शेयर किया है. आगे क्या हुआ वो अगली पोस्ट में बताएंगी. लेकिन ये अंदाजा लगाना आसान है कि जीनत अमान अपनी कोशिश से राज कपूर को इंप्रेस करने में कामयाब रही होंगी.
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